'6000 करोड़ के लिए 14000 करोड़ की कुर्की', दिवालिया होने के बाद माल्या का आरोप, कहा- अविश्वसनीय
लंदन, 27 जुलाई। लंदन हाईकोर्ट से दिवालिया घोषित होने के बाद भगोड़े व्यापारी विजय माल्या ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 6200 करोड़ के कर्ज के लिए उनकी 14,000 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर रहा है। साथ ही माल्या ने बैंकों पर भी आरोप लगाया कि बैंक उन्हें इसलिए दिवालिया बना रहे हैं क्योंकि उन्हें ईडी को पैसा वापस देना है।
सोमवार को लंदन हाईकोर्ट ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में भारतीय बैंकों के एक कंसोर्टियम की अपील पर सुनवाई करते हुए विजय माल्या को दिवालिया घोषित कर दिया था। माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के लिए बैंक से कर्ज लिया था जिसे वह चुकाने में असफल रहे थे।
बैंक
कर
सकेंगे
सम्पत्ति
जब्त
हाईकोर्ट
के
फैसले
के
बाद
अब
बैंकों
के
पास
अपने
कर्ज
की
वसूली
के
लिए
माल्या
की
संपत्ति
जब्त
करने
का
रास्ता
खुल
गया
है।
माल्य ने इस फैसले के बाद अपने ट्वीट में कहा "ईडी 6.2 हजार करोड़ के कर्ज के लिए बैंकों के इशारे पर मेरी 14 हजार रुपये की संपत्ति कुर्क कर रहा है। वे यह संपत्ति बैंकों को देंगे जो 9 हजार करोड़ रुपये नकद वसूल करेंगे और बाकी 5 हजार करोड़ रुपये सिक्योरिटी के तौर पर रखेंगे। बैंकों ने कोर्ट से मुझे दिवालिया घोषित करने के लिए कहा क्योंकि उन्हें शायद ईडी को पैसा वापस देना है। अविश्वसनीय।"
कोर्ट
ने
घोषित
किया
दिवालिया
इसके
पहले
सोमवार
को
एक
वर्चुअल
सुनवाई
के
दौरान
लंदन
हाईकोर्ट
की
चांसरी
डिवीजन
के
मुख्य
दिवाला
और
कंपनी
कोर्ट
के
जज
माइकल
ब्रिंग्स
ने
कहा
कि
"मैं
दोपहर
3.42
पर
(ब्रिटेन
के
समयानुसार)
डॉ.
विजय
माल्या
को
दिवालिया
घोषित
करता
हूं।"
विजय माल्या को लंदन हाईकोर्ट ने दिया बड़ा झटका, घोषित किया दिवालिया
वहीं विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत ने आर्थिक अपराधों में शामिल रहे विजय माल्या के लिए फरार होने पर अपना सर्वश्रेष्ठ मामला बनाया है। उन्होंने कहा कि बंद हो चुकी एयरलाइंस किंगफिशर के न चुकाए गए कर्ज के मामले में माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन के अधिकारियों ने भारत को ठोस आश्वासन दिया है।