भारत और बांग्लादेश के बीच 130 किमी ऑयल पाइपलाइन समेत 6 समझौते पर सहमति
ढाका। भारत और बांग्लादेश के बीच सोमवार को 130 किमी ऑयल पाइप लाइन पर समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत इंडियन ऑयल हर साल बांग्लादेश को 1 मिलियन टन ऑयल उपलब्ध करवाएगा। इस डील के साथ नई दिल्ली और ढाका के बीच छह अन्य सहमति पत्रों पर भी समझौता हुआ है। इन समझौतों के लिए भारतीय विदेश सचिव विजय केशव गोखले रविवार को ढाका पहुंच कर सीनियर बांग्लादेशी अधिकारियों से मुलाकात कर द्विपक्षीय और क्षेत्रीयों मुद्दों पर चर्चा की।
भारत और बांग्लादेश के बीच छह सहमति पत्रों पर हुए हस्ताक्षर में असम के नुमालीगढ़ से बांग्लादेश के पार्बतीपुर के बीच मैत्री पाइपलाइन बनाने के लिए एमओयू शामिल है। इसके अलावा प्रसार भारती और बांग्लादेश में बेतार के बीच आपसी सहयोग, ढाका यूनिवर्सिटी में आईसीसीआर उर्दू चेयर की स्थापना, जीसीएनईपी-बीएईसी इंटर एजेंसी एग्रीमेंट और बांग्लादेश के 500 स्कूलों में लैंग्वेज लैब की स्थापना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं।
भारत के विदेश सचिव ने कहा कि बांग्लादेश में शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण जैसे कार्यों के प्रयास का हिस्सा है, जिसके लिए भारत 6,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा। विदेश सचिव गोखले ने याद दिलाते हुए कहा कि बागंलादेश का भारत एक प्रतिबद्ध विकास सहयोगी है। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में बांग्लादेश 8 अरब डॉलर के ऋण का विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि साउथ एशिया में बांग्लादेश सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है।
बांग्लादेश को उपलब्ध करवाई जाने वाली ऊर्जा और पावर सेक्टर के बारे में गोखले ने कहा कि अब तक बांग्लादेश को 660 MW पावर सप्लाई हो रही है, लेकिन जून में 500 MW अतिरिक्त पावर दिया जाएगा। गोखले भारत लौटने से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करेंगे।