Avian flu: बर्ड फ्लू जो 5 करोड़ से अधिक पक्षियों को निगल गया , 10 लाख की क्षमता वाले मुर्गी फार्म भी हुए खाली
यूरोप और ब्रिटेन इन दिनों एवियन-फ्लू संकट का सामना कर रहे हैं। जिसका असर मुर्गी, टर्की समेत अन्य कई पक्षियों पर हुआ। घातक फ्लू के चलते अमेरिका में 5 करोड़ से अधिक पक्षियों की मौत हो गई।
Avian flu records: यूरोप और ब्रिटेन इन दिनों एवियन-फ्लू संकट का सामना कर रहे हैं। जिसका असर मुर्गी, टर्की समेत अन्य कई पक्षियों पर हुआ। घातक फ्लू के चलते अमेरिका में 5 करोड़ से अधिक पक्षियों की मौत हो गई। एवियन फ्लू अमेरिका की सबसे बड़ी पशु स्वास्थ्य आपदा मानी जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार एवियन फ्लू से अमेरिका में 10 लाख की क्षमता तक के मुर्गी फार्म खाली हो गए। एक साथ लाखों की संख्या में पक्षियों की मौत हुई। आइए जानते हैं कि इस भयानक फ्लू की चपेट ने निकलने के लिए क्या कदम उठाने पड़े?
50.54 मिलियन पक्षियों का सफाया
एवियन फ्लू ने इस साल संयुक्त राज्य अमेरिका में 50 मिलियन से अधिक पक्षियों का सफाया कर दिया। अमेरिका के इतिहास में देश का सबसे घातक फ्लू इसे माना गया। गुरुवार को इसको लेकर अमेरिका के कृषि विभाग ने आंकड़े जारी किए। जिसके अनुसार एवियन फ्लू के प्रकोप से 50.54 मिलियन पक्षियों का सफाया हो गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस फ्लू का असर खासकर मुर्गी, टर्की और अन्य पक्षियों पर हुआ।
बड़ी पशु-स्वास्थ्य आपदा
एवियन फ्लू के दौरान जिस तरह से अमेरिकी राज्यों में मुर्गी फार्मों में मुर्गियों की मौतें हुईं वे डराने वाली थीं। डर था कहीं इसका असर मानव जीवन पर ना पड़े। लेकिन समय रहते एक कठोर निर्णय ने यूएस को एक बड़ी महामारी से बचा दिया। हालांकि इसमें अमेरिका को भारी क्षति हुई। केवल मुर्गियां ही नहीं बल्कि टर्की समेत अन्य कई पक्षियों की बड़ी संख्या में मौते हुईं। जिसके चलते अमेरिका के इतिहास में इसे सबसे बड़ी पशु-स्वास्थ्य आपदा (Animal Health Disaster) माना जा रहा है।
क्या है एवियन प्लू?
एवियन फ्लू एक घातक बर्ड फ्लू है। जो तेजी से फैलती है। इस फ्लू के वायरस से संक्रमित होने के बाद पक्षी अक्सर मर जाते हैं। इस फ्लू की संक्रामकता इतनी तेज होती है कि एक संक्रमित मुर्गी से 10 लाख मुर्गियां संक्रमति हो सकती हैं।
अमेरिका ने कैसे किया नियंत्रित
बत्तख जैसे जंगली पक्षी अपने मल, पंख या मुर्गे के सीधे संपर्क के माध्यम से एवियन इन्फ्लूएंजा (HPAI) के रूप में जाने जाने वाले वायरस के संक्रमण को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में जिन मुर्गी फार्मों में एवियन फ्लू के केस पाए गए वहां संक्रमण रोकने के लिए सभी मुर्गियों को मारना पड़ा।
2015 में आई थी ऐसी आपदा
अमेरिका में इससे पहले भी एवियन फ्लू का प्रकोप हो चुका है। मुर्गियों को अलावा टर्की में भी एवियन फ्लू का प्रकोप देखा गया। दरअसल, साल 2015 में भी यही स्थिति थी। जब 50.5 मिलियन पक्षियों की मौतें हुईं थी। लेकिन इस बार आंकडों पर गौर करें पक्षियों की मौत के आंकड़े पिछली आपदा की तुलना में अधिक है।
इन पक्षियों में अधिक प्रकोप
अमेरिका के साथ ब्रिटेन में भी एवियन फ्लू का प्रकोप है। कुछ ब्रिटिश सुपरमार्केट्स में अंडे की आपूर्ति उपलब्ध नहीं है। फ्लू के प्रकोप के चलते मुर्गी के अंडे और टर्की के मांस की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। इस साल फरवरी में अमेरिका में शुरू हुआ एवियन फ्लू का प्रकोप देश के 46 राज्यों में पोल्ट्री और गैर-पोल्ट्री तक पहुंचा। यूएसडीए के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी रोजमेरी सिफोर्ड ने कहा, "जंगली पक्षियों के प्रवास के चलते अमेरिका में HPAI संक्रमण जारी है। इसलिए अमेरिकी पोल्ट्री फार्म की रक्षा बेहत आवश्यक है।"