अब जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने किया इशारा, चीन ने कोरोना वायरस पर दुनिया से बोला झूठ
बर्लिन। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अब चीन से अपील की है कि वह कोरोना वायरस कहां से निकला और इसके शुरुआती संक्रमण के बारे में पारदर्शिता बरते। अपनी इस अपील के साथ ही चीन पर हमला बोलने वाली मर्केल अगली वर्ल्ड बन गई हैं। अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन और विदेश मंत्री डॉमनिक रॉब पहले ही चीन की आलोचना कर चुके हैं।
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पांच हजार से ज्यादा लोगों की मौत
जर्मनी में कोविड-19 की वजह से 5,315 लोगों की मौत हो चुकी है। मर्केल के हवाले से चैनल न्यूज एशिया ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, 'मेरा मानना है कि चीन को वायरस कहां से आया, इससे जुड़ी बातों पर और ज्यादा पारदर्शिता बरतने की जरूरत है। दुनिया में हर किसी के लिए बेहतर हो सकेगा कि वह उनसे कुछ सीख सकें।' चीन की अथॉरिटीज ने अपने नागरिकों को वुहान में पैदा वायरस के खिलाफ आगाह करने में छह हफ्तों का समय लगा दिया था। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 20 जनवरी को देश की जनता को वायरस को लेकर आगाह किया था। 14 जनवरी को चीनी अधिकार यह तय कर सके थे कि वुहान से निकला वायरस दरअसल एक महामारी है। मर्केल से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने भी इसी तरह की बात कही थी। मैक्रों ने कहा था, 'निश्चित तौर पर चीन में कुछ ऐसी चीजें हुई हैं, जिनके बारे में हमें कुछछ नहीं मालूम है।' मैक्रों ने फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में यह बात कही थी। उनसे चीन में महामारी की वजह से हुई मौतों और संक्रमण के आंकड़ों के बारे में सवाल पूछा गया था। मैंक्रो ने कहा था कि चीन ने जिस तरह से कोरोना वायरस महामारी को हैंडल किया, उससे उस पर शक होने लगा है।