अमेरिका ने पाकिस्तान तालिबान के सरगना नूर वली को वैश्विक आतंकी घोषित किया
वॉशिंगटन। अफगानिस्तान के काबुल में तालिबान के द्वारा किए गए बम धमाके के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान के साथ शांति वार्ता को स्थगित कर दिया था। इसके बाद अमेरिकी की ओर से एक और बड़ा कदम उठाया गया है। अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीके ए तालिबान पाकिस्तान के नेता को आतंकी घोषित कर दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने टीटीपी जिसे पाकिस्तान तालिबान के नाम से जाना जाता है उसे स्पेशली डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है। पाकिस्तान तालिबन पर कई फिदायीन हमले करने और निर्दोष लोगों को मारने का आरोप है।
अमेरिका
का
बड़ा
कदम
मुल्लाह
फजजुल्ला
की
मौत
के
बाद
जून
2018
में
मुफ्ती
नूर
वली
महसूद
को
टीटीपी
का
नेता
घोषित
किया
गया
था।
नूर
वली
के
नेतृत्व
में
टीटीपी
ने
पाकिस्तान
में
कई
हमलों
की
जिम्मेदारी
ली
थी।
अमेरिका
की
ओर
से
टीटीपी
के
नेता
को
आतंकी
घोषित
करने
का
फैसला
इसलिए
किया
गया
ताकि
इस
आतंकी
संगठन
को
किसी
भी
तरह
के
हमले
के
लिए
संशाधन
ना
प्राप्त
हो
सके।
युनाइटेड
नेसंश
के
अनुसार
टीटीपी
अल
कायदा
से
जुड़ा
है।
अल
कायदा
ही
इसे
आतंकी
हमले
करने
के
लिए
वित्तीय
मदद
के
साथ
हर
तरह
की
सुविधा
मुहैया
कराता
है।
पाक
की
मुश्किल
बढ़ी
अमेरिका
के
इस
कदम
से
पाकिस्तान
को
एक
और
बड़ा
झटका
लगा
है।
जिस
तरह
से
पाकिस्तान
लश्कर
ए
तैयबा,
जैश
ए
मोहम्मद
को
शरद
देने
की
वजह
से
एफएटीएफ
के
राडार
में
है,
उसके
बाद
अमेरिका
की
ओर
से
उठाए
गए
इस
कदम
से
पाक
को
बड़ा
झटका
लगा
है।
एफएटीएफ
की
ओर
से
पाकिस्तान
को
कड़ी
चेतावनी
दी
गई
है
कि
वह
अपने
देश
में
आतंकियों
की
मदद
देना
बंद
करे,
अन्यथा
उसे
ब्लैकलिस्ट
कर
दिया
जाएगा,
जिससे
पाकिस्तान
की
अर्थव्यवस्था
चौपट
हो
जाएगी।
ऐसे
में
एफएटीएफ
के
कदम
के
बाद
पाकिस्तान
की
मुश्किल
और
भी
बढ़
सकती
है।
अन्य
नाम
भी
शामिल
पाकिस्तान
तालिबान
के
अलावा
अमेरिका
की
ओर
से
हिजबुल्लाह,
हमास,
पैलेस्टाइन
इस्लामिक
जिहाद,
आईएसआईएस,
आईएसआईएस-फिलिपींस
और
आईएसआईएस
वेस्ट
अफ्रीका
को
भी
इस
लिस्ट
में
शामिल
किया
गया
है।
गौरतलब
है
कि
डोनाल्ड
ट्रंप
ने
काबुल
में
हुए
आतंकी
हमले
के
बाद
तालिबान
के
साथ
शांति
वार्ता
को
स्थगित
कर
दिया
था।
जिसके
बाद
तालिबान
की
ओर
से
इसके
परिणाम
भुगतने
की
बात
कही
गई
थी।
आज
काबुल
में
अमेरिका
के
दूतावास
के
पास
बड़ा
बम
धमाका
भी
हुआ
है।