तुर्की की आतंकी साजिश: नेपाल को बर्बाद और भारत को अशांत करने का खतरनाक प्लान, बॉर्डर पर जिहादी गैंग एक्टिव
भारत को अशांत करने के लिए तुर्की के खतरनााक प्लान का खुलासा हुआ है। खुलाासा हुआ है अलकायदा समर्थित तुर्की के कट्टरपंथी ग्रुप नेपाल में भारत को अशांत करने के लिए पैर पसार रहे हैं।
नई दिल्ली/काठमांडू: मुसलमान देशों का नया खलीफा बनने की कोशिश में लगा तुर्की पाकिस्तान के आतंकी राह पर चल निकला है। खुफिया खुलासे के मुताबिक तुर्की ने अलकायदा समर्थित आतंकियों के ग्रुप को भारत-नेपाल बॉर्डर पर अपना बेस कैंप बनाने भेज दिया है। दावा तो ये भी किया गया है कि नेपाल को खतरनाक स्थिति में पहुंचाने के लिए अलकायद समर्थित तुर्की द्वारा भेजे गये गये ये आतंकी काम पर लग भी गये हैं और अगर जल्द से जल्द इन्हें काबू नहीं किया गया तो नेपाल-भारत बॉर्डर को ये आतंकी अशांत कर सकते हैं।
भारत-नेपाल बॉर्डर पर आतंकी
विश्व के सबसे बड़े आतंकी ओसामा बिन लादेन के संगठन अलकायदा द्वारा समर्थित तुर्की की एक चैरिटी संस्था को नेपाल को बर्बाद और भारत में अशांति फैलाने की जिम्मेदारी तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने सौंपी है। खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि तुर्की की ये संस्था नेपाल में 'इस्लामिक संघ नेपाल' के साथ मिलकर काम में जुट भी गया है। भारत की खुफिया एजेंसी लगातार इस संगठन पर नजर रख रही है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ये संगठन उन खतरनाक आतंकियों को पनाह दे रहा है, जो वांटेड हैं। इन आतंकियों की मदद से तुर्की की संस्था जेहादी नेटवर्क्स का निर्माण कर रही है। न्यूज एंड इनवेस्टिगेशन अखबार 'नॉर्दिक मॉनिटर' ने तुर्की की इस आतंकी साजिश को लेकर रिपोर्ट छापा है। खुलासे में कहा गया है कि तुर्किस इंटेलीजेंस एजेंसी यानि MIT इस आतंकी साजिश के पीछे डायरेक्ट जिम्मेदार है और The Foundation for Human Rights and Freedoms and Humanitarian Relief जिसे IHH कहा जाता है उसे नेपाल में आतंकी साजिश रचने के लिए भेजा गया है और संस्थान का मुख्य टार्गेट भारत है।
मदरसों के जरिए आतंक का कारोबार!
आईएचएच को तुर्की ने नेपाल को टार्गेट और भारत को अशांत करने भेजा है। IHH पर खुलासा करते हुए कहा गया है कि इस संगठन ने मानव सेवा के नाम पर नेपाल में कई प्रोजेक्ट चलाना शुरू कर दिया है। खासकर IHH के टार्गेट पर वो इलाके हैं जो भारतीय सीमा के बेहद नजदीक है। ये संगठन भारत-नेपाल सीमा पर रहने वाले मुस्लिम समुदाय के बीच तेजी से पैर पसार रहा है और अंतर्राष्ट्रीय जिहादी ग्रुप्स के साथ मिलकर छोटे छोटे जिहादी नेटवर्क तैयार कर रहा है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएचएच सीधे तौर पर नेपाल की मुस्लिम संस्था इस्लामिक नेपाल संघ के साथ मिल चुका है जिसे सीधे सीधे तुर्की से फंडिंग की जाती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ISN और IHH का ये करार काफी खतरनाक साबित हो सकता है। आईएचएच को यूनाइडेट नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल के वाच लिस्ट में रखा गया है। UN रिपोर्ट के मुताबिक आईएचएच सीरिया में चल रहे कई आतंकी संगठनों को मदद करता है। यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक आईएचएच तुर्की की खुफिया एजेंसी का एक मोहरा है, जिसे अलग अलग देशों में जिहादी ग्रुप्स बनाने के लिए भेजा जाता है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आईएचएच ने नेपाल के चार राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। खासकर लुम्बिनी प्रांत के कई शहरों में ये संगठन मस्जिदों, मदरसों, अनाथालय और इस्लामिक सेंटर्स का निर्माण कर रही है। वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी कई मदरसों और इस्लामिक सेंटर्स का निर्माण किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से सटे इलाके सुंसारी को आईएचएच ने विशेष तौर पर अपने टार्गेट में रखा है और यहां पर जिहादी तत्वों का जमकर विस्तार किया जा रहा है।
आतंक का प्रचार करता नेपाल इस्लामिक संघ!
इस्लामिक संघ नेपाल भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर 2018 में तब आया था जब भारत से भागे कई आतंकियों को इसने नेपाल में शरण दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल इस्लामिक संघ का रिश्ता सिर्फ आईएचएच से ही नहीं है बल्कि इस संगठन का रिश्ता तुर्की के कई और कट्टरवादी संगठनों के साथ है। नेपाल इस्लामिक संगठन एनजीओ ऑफ इस्लामिक वर्ल्ड का भी सदस्य है, जो तुर्की के अर्थसैनिक बल SADAT का फ्रंट ऑउटफिट है। वहीं तुर्कीस गवरर्मेंट्स डेवलपमेंट एजेंसी यानि TIKA भी नेपाल इस्लामिक संघ को मदद देता है।