वो 'अग्निरोधी' नॉवेल जिसने महिलाओं के लिए विदेशों में किया संघर्ष, 77.66 लाख रुपए में हो रहा नीलाम
नई दिल्ली, 07 जून। एक अमेरिकी नॉवेल जिसकी रिकॉर्डतोड़ बिक्री हुई और इस पर प्रतिबंध भी लगे। लेकिन अब यही उपन्यास 77.64 लाख रुपए से अधिक की कीमत में नीलाम हो रहा है।
लेखक मार्गरेट एटवुड ने 1985 में डायस्टोपियन उपन्यास लिखा था जिसे अग्निरोधक सामग्री से बनाया गया था। अब इसे नीलामी के जरिए बेचा जा रहा है। इसका लक्ष्य पूरे यू.एस. में स्कूलों और पुस्तकालयों में हो रही किताबों पर प्रतिबंध की बढ़ती संख्या के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
जिस नॉवेल को नीला किया जा रहा उसे एटवुड के प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस की ओर से बनाया गया और दान किया गया। इस पुस्तक की नीलामी से होने वाली आय को अमेरिकी एनजीओ PEN को सौंपा जाएगा। पीईएन एक एनजीओ है जो किताबों पर प्रतिबंध का विरोध करने के लिए काम करता है।
पेन अमेरिका की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुजैन नोसेल ने कहा कि नॉवेल का अग्निरोधक संस्करण एक संघर्ष को दिखाती है जिससे हम मुकाबला कर रहे हैं। वहीं अमेरिकन लाइब्रेरी एसोसिएशन ने कहा कि पिछले साल स्कूलों और पुस्तकालयों से पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने के लिए 729 प्रयास किए गए थे।
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दरअसल, मार्गरेट एटवुड के 1985 के डायस्टोपियन उपन्यास का एक अग्निरोधक संस्करण है। इसका लक्ष्य पूरे यू.एस. में स्कूलों और पुस्तकालयों में हो रही किताबों पर प्रतिबंध की बढ़ती संख्या के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस नॉवेल में का जिक्र है जिसमें धार्मिक कट्टरपंथियों ने तख्तापलट कर संयुक्त राज्य को अपने कब्जे में ले लिया और गिलियड नामक एक नए ईश्वर से डरने वाले राज्य की स्थापना की, जिसमें महिलाओं का अब कोई अधिकार नहीं है। जब उपन्यास प्रकाशित हुआ, तो इसने लोगों को काफी प्रभावित किया। यह धार्मिक कट्टरपंथियों की हकीकत दिखाती है।