इस दिन सूरज में होगा 'शक्तिशाली विस्फोट'! सूर्य से निकलेंगी गर्म लहरें, टेंशन में दुनिया
कोरोनल मास इजेक्शन यानी सीएमई सूर्य की सतह पर होने वाले सबसे बड़े विस्फोटों में से एक को कहते है। इस दौरान और आर्कटिक सर्कल के चारों ओर औरोरस को रोशनी, जिसे हम उत्तरी रोशनी कहते हैं, दिखाई देगी।
न्यूयॉर्क, 27 अगस्त : अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के तहत आने वाले अंतरिक्ष मौसम भविष्यवाणी केंद्र ने 29 अगस्त को कोरोनल मास इजेक्शन (coronal mass ejection) यानी कि सूर्य पर खतरनाक विस्फोट की चेतावनी जारी की है। इससे धरती पर गहरा असर हो सकता है। सूर्य से होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) के कारण 29 अगस्त को बड़ा तूफान भी आ सकता है। जिसके धरती से टकराने का खतरा है। (a coronal mass ejection may strike our planet on Monday August 29) कोरोनल मास इजेक्शन सूर्य पर होने वाले खतरनाक विस्फोट हैं, जिनका पृथ्वी पर भी असर होता है। क्योंकि ये सीधे पृथ्वी की ओर बढ़ते हैं। यह सूर्य की सतह पर होने वाले सबसे बड़े विस्फोट में से एक माने जाते हैं।
Recommended Video
कोरोनल मास इजेक्शन क्या है
बता दें कि, कोरोनल मास इजेक्शन यानी सीएमई सूर्य की सतह पर होने वाले सबसे बड़े विस्फोटों में से एक को कहते है। इस दौरान और आर्कटिक सर्कल के चारों ओर औरोरस को रोशनी, जिसे हम उत्तरी रोशनी कहते हैं, दिखाई देगी। ये चमकदार रोशनी तब होती है जब आवेशित कण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ परस्पर क्रिया करते हैं।
सौर तूफान से मची हलचल
सौर तूफान हमेशा से वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष शोधकर्ताओं के लिए चिंता का विषय रहा है। इसकी वजह यह है कि इससे पृथ्वी पर बड़े पैमाने पर असर पड़ने की आशंका रहती है। अब नई मुसीबत के रूप में एक बड़े पैमाने पर सौर तूफान (Solar Flare) पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। सौर तूफान के जल्द ही पृथ्वी से टकराने की उम्मीद है।
रेडियो ब्लैकआउट हुआ
26 अगस्त को एक बार फिर सौर तूफान उठने की बात सामने आई थी। इस दौरान आसमान में औरोरस (उत्तरी रोशनी) दिखाई दिया। spaceweather.com ने बताया कि, सनस्पॉट AR3089 M-class का मध्यम सौर तूफान आया है। नासा के की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी मुताबिक, इस भयंकर सौर तूफान की वजह से यूरोप और अफ्रीका में कुछ समय के लिए रेडियो ब्लैकआउट हो गया। लोगों ने इसका अनुभव किया है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
इस
विस्फोट
से
बनने
वाले
सोलर
फ्लेयर्स
अस्थायी
रूप
से
संचार
और
नेविगेशन
ब्लैकआउट
का
कारण
बन
सकते
हैं।
सौर
तूफान
के
कारण
29
अगस्त
गर्मी
अधिक
हो
सकती
है
।
जानकार
बताते
हैं
कि,
सूरज
इन
दिनों
धरती
पर
काफी
कहर
बरपा
रहा
है।
वह
इस
समय
काफी
उग्र
है
और
उसकी
उग्रता
के
आगे
हम
सब
नतमस्तक
हैं।
ऐसा
माना
जा
रहा
है
कि
सूर्य
का
यह
11
साल
सकी
गतिविधि
का
चक्र
है।
ऐसा
कोरोनल
मास
इजेक्शन
की
वजह
से
हो
रहा
है।
सूरज
हाल
ही
में
बहुत
सारी
सौर
ज्वालाएं
उत्सर्जित
कर
रहा
है।
।
अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण
दूसरी तरफ नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और अन्य अंतरिक्ष-उन्मुख संस्थाएं पृथ्वी, उपग्रह प्रबंधकों और हमारे ग्रह के ऊपर काम करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सर्वोत्तम सुरक्षा प्रदान करने के लिए 24/7 सौर मौसम पर नजर रखे हुए हैं।
(Photo Credit: NASA ,Twitter)
ये भी पढ़ें :लड़कियां पढ़ाई करने विदेश नहीं जाएंगी, घर पर रहेंगी, ये है तालिबान का असली चेहरा!