ब्रिटिश नियामकों का दावा, एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगने के बाद ब्लड क्लॉट के मिले 30 केस
लंदन। एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के लगातार दुष्प्रभाव के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए जर्मनी में एस्ट्राजेनेका के टीके को 60 साल से कम उम्र के लोगों के लए बैन कर दिया गया था। जर्मनी के अलावा कनाडा भी में इस वैक्सीन पर रोक लगा दी गई थी। आपको बता दें कि इस वैक्सीन के लगने के बाद ब्लड क्लॉट ( खून के थक्के जमना) के केस सामने आए हैं। ब्रिटेन में ऐसे ही 30 नए मामलों की पहचान की गई है, जहां टीका लगने के बाद लोगों के खून का थक्का जम गया। ब्रिटिश नियामकों ने दावा किया है कि अब तक ब्लड क्लॉट के 30 मरीजों की पहचान की जा चुकी है। इससे पहले ये संख्या 25 थी।
एस्ट्राजेनेका की मिल रही हैं शिकायतें
ब्रिटेन की मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने कहा कि उसे बायोटेक और फाइजर के टीके के इस्तेमाल के बाद खून के थक्के जमने के केस देखने को नहीं मिले हैं, लेकिन एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की शिकायतें लगातार मिल रही हैं।
जर्मनी में वैक्सीन को लेकर लिया गया था ये बड़ा फैसला
आपको बता दें कि जर्मनी में भी चिकित्सा नियामक ने 29 मार्च तक एस्ट्राजेनेका टीका लेने वाले लोगों में रक्त का थक्का जमने की कुल 31 रिपोर्टें प्राप्त की थी। उनमें से नौ लोगों की मृत्यु हो गई और ज्यादातर मामलों में लोगों की उम्र 20 से 63 वर्ष के बीच थी। यही वजह है कि जर्मनी में इस टीके को 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालांकि इन सभी के बीच टीकाकरण कई देशों में जारी है और रक्त के थक्कों की जांच भी जारी है।
आपको बता दें कि 18 मार्च को ब्रिटेन में मेडिसिंस रेगुलेटरी ने ये कहा था कि 11 मिलियन वैक्सीन की डोज दिए जाने के बाद 5 केस ऐसे आए हैं, जिनमें रक्त के थक्के जमने की शिकायत मिली है।