जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की प्रकिया पूरी, जानिए किस जिले में कौन बनेगा अध्यक्ष?
इंदौर, 31 मई: मध्यप्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव को लेकर हलचल तेज हो चली है, जहां इस बीच राजधानी भोपाल में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई. जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर संपन्न हुई आरक्षण प्रक्रिया पर नजर डालें तो 8 जिला पंचायत अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुए हैं. इनमें इंदौर, ग्वालियर, खंडवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, कटनी, रतलाम और देवास शामिल हैं. इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और देवास SC महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. इंदौर में दूसरी बार सीट SC महिला के लिए रिजर्व हुई है. ओबीसी वर्ग के लिए जिला पंचायत गुना, शाजापुर, दमोह और मंदसौर में अध्यक्ष पद आरक्षित हुए हैं. अनुसूचित जनजाति वर्ग यानी ST के लिए जिला पंचायत झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, डिंडोरी, मंडला, श्योपुर, नर्मदापुरम, सतना, सिंगरौली, हरदा, जबलपुर, बुरहानपुर, रीवा और नरसिंहपुर आरक्षित हुए हैं. भिंड, निवाड़ी, विदिशा, शहडोल, उमरिया, पन्ना, मुरैना, छतरपुर, सीधी, उज्जैन, अनूपपुर, टीकमगढ़ और भोपाल में अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित हैं. जानकारी के अनुसार प्रदेश के 52 जिला पंचायतों में से अनुसूचित जाति के लिए 8, अनुसूचित जनजाति के लिए 14, ओबीसी के लिए 4 सीटें आरक्षित हैं, 26 जिला पंचायत अनारक्षित वर्ग के खाते में गई है.
बीजेपी और कांग्रेस तैयार
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए आरक्षण के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल ने तैयार नजर आ रहे हैं, जहां अब आरक्षण प्रक्रिया संपन्न होने के बाद दोनों ही दल अपनी आगामी कार्ययोजना निर्धारित करेंगे. कुल मिलाकर देखा जाए तो अब आरक्षण प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर तैयारियों का सिलसिला शुरू होगा.
तीन चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
मध्यप्रदेश में इस बार 3 चरणों में पंचायत चुनाव संपन्न होंगे, जहां इसे लेकर आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है. प्रदेश के सभी 52 जिलों में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से तैयारियों का सिलसिला जारी है.
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