Viral Video : लहसुन की अजब-गजब बुआई, जानिए क्यों खेतों में निकल रही बैंड-बाजा और बारात
मध्यप्रदेश के किसानों को अबकी बार लहसुन ने खूब परेशान किया था, जहां प्रदेश के किसानों को लहसुन के सही भाव ना मिल पाने की वजह से अच्छा-खासा नुकसान उठाना पड़ा। वहीं अब एक बार फिर लहसुन की बुआई का समय आ चुका है, जहां अबकी बार लहसुन की बुआई के लिए जा रहे किसानों से वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं, जिनमें किसान बैंड-बाजे के साथ बुआई के लिए खेतों की तरफ निकल रहे हैं। उधर, अब सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।

लहसुन ने किया था परेशान
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में किसान बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती करते हैं। यही कारण है कि, इस साल लहसुन का बंपर उत्पादन हुआ था। वहीं मौसम खराब होने के चलते लहसुन की गुणवत्ता पर असर पड़ा है। इसी के चलते इस बार लहसुन के सही दाम नहीं मिल पा रहे थे। मध्यप्रदेश में लहसुन के सही दाम न मिल पाने की दिक्कत प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बनी हुई थी। यही कारण है कि, किसान अब बेहद परेशान नजर आ रहे हैं, जहां प्रदेश के अलग-अलग जिलों से किसानों के अलग तरह से लहसुन बुवाई की तस्वीरें निकलकर सामने आ रही है, जो यह बताने के लिए काफी है कि, मध्य प्रदेश में लहसुन के सही दाम न मिलने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं।

इन जिलों में होती है लहसुन खेती
मध्यप्रदेश में लहसुन उत्पादक जिलों में मुख्य रूप से रतलाम, मंदसौर और उज्जैन हैं। यही कारण है की, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो भी इन्हीं जिलों से निकलकर सामने आ रहे हैं। वहीं अब किसानों ने एक बार फिर हिम्मत दिखाते हुए लहसुन की बुवाई की है, जहां अब किसानों को उम्मीद है की अबकी बार लहसुन के अच्छे दाम मिलेंगे। मुख्य रूप से किसी भी फसल के अच्छे दाम मिलने में मौसम का भी अहम योगदान रहता है। यही कारण है की, किसानों की नजर भी मौसम पर बनी हुई है।

पिछली बार ये रहे थे दाम
मध्य प्रदेश के सबसे बड़े लहसुन उत्पादक शहरों में शामिल रतलाम, नीमच और इंदौर जैसी मंडियों में लहसुन के थोक भाव 45 पैसे से 1 रुपए प्रति किलो तक चल रहे थे। यही कारण था कि, लहसुन की कम कीमत मिलने के कारण किसानों में गुस्सा नजर आ रहा था। इतना ही नहीं किसानों ने मंडियों में लहसुन लाना भी बंद कर दिया था। वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हुए थे, जिसमें किसान अपनी लहसुन नदी में फंसते नजर आ रहे थे। किसान लहसुन के कट्टे नदी में फेंक रहे थे।