बचपन से डिप्रेशन की शिकार हैं जायरा वसीम, 'दंगल' गर्ल को आते थे आत्महत्या के ख्याल
मुंबई। बॉलीवुड की 'दंगल गर्ल' जायरा वसीम एक बार फिर से चर्चा में हैं, वजह इस बार कोई कंट्रोवर्सी नहीं बल्कि उनकी खुद की एक पोस्ट है, जिसमें उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया है। बेपनाह हुस्न की मल्लिका कश्मीरी गर्ल जायरा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि वो बचपन से ही डिप्रेशन की शिकार हैं।
बचपन से डिप्रेशन की शिकार हैं जायरा वसीम
जायरा ने अपनी इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है, उन्होंने लिखा है कि हो सकता है कि ये बस एक दौर हो पर इसने मुझे एक ऐसी परिस्थिति में खड़ा कर दिया है जिसकी ना मैंने कल्पना की थी ना ही इच्छा रखती हूं।
— Zaira Wasim (@ZairaWasimmm) May 10, 2018 |
आत्महत्या करने का ख्याल आता था मुझे: जायरा वसीम
रोजाना पांच एंटिडिप्रेसेंट लेना, एंग्जाइटी के दौरे पड़ना, आधी रात को अस्पताल की तरफ भागना, खाली, अकेला और निराश महसूस करना इसके अलावा सूखा गला, रात-रात भर नींद ना आना, शरीर में दर्द, नर्वस ब्रेकडाउन और आत्महत्या करने का ख्याल आना इसका हिस्सा रहा है।
12 साल की उम्र में पड़ा था पैनिक अटैक
जायरा ने खुलासा किया है कि मात्र 12 साल की उम्र में उन्हें पहली बार पैनिक अटैक पड़ा था, तब मुझे आनन-फानन में अस्पताल लेकर भागा गया था, 14 साल की उम्र में दूसरी बार ऐसा हुआ और उसके बाद ना जाने ऐसा कितनी बार हुआ, मुझे इसके लिए दवाइयां लेनी पड़ती हैं मैं अभी भी लेती हूं, हमेशा मुझे यही समझाया गया है कि तुम्हें कुछ नहीं हुआ, डिप्रेशन इस उम्र में नहीं होता है लेकिन मेरा दिल इस बात को नहीं मानता है।
एक लंबा ब्रेक चाहती हैं जायरा वसीम
जायरा वसीम ने कहा कि मुझे ये स्वीकार करने में हमेशा बहुत दिक्कत हुई कि मैं एक ड्रिप्रेशन से ग्रसित हूं, ये एक गंभीर बीमारी है, जायरा ने कहा कि ये रोग कभी भी किसी भी उम्र में हो सकता है, फिलहाल वो अपने आप को संभाल रही है और इसी कारण वो एक लंबा ब्रेक चाहती हैं। मैं सोशल लाइफ, काम, स्कूल और मीडिया इन सभी से कुछ समय के लिए दूरी बनाना चाहती हूं, मेरा इस वक्त पूरा फोकस 'रमजान' के महीने पर है, मुझे दुआओं में याद रखें, मैं उन लोगों की शुक्रगुजार हूं, जो मेरे साथ हमेशा खड़े रहते हैं, मैं अपने परिवार को भी बड़ा सा थैंक्यू कहना चाहती हूं।