गुरुग्राम: दिल्ली कूच कर रहे योगेंद्र यादव समेत दर्जनों किसान नेता हिरासत में
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आज देश की 10 केंद्रीय यूनियनों ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसके अलावा किसानों ने भी नए कृषि कानूनों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। साथ ही पंजाब-हरियाणा के किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। इस बीच गुरुग्राम में स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव को गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में लिया। वो किसानों के संग दिल्ली से हरियाणा आने की कोशिश कर रहे थे।

दरअसल हजारों की संख्या में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिस वजह से हरियाणा और पंजाब से दिल्ली आने वाले रास्तों पर जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाई गई है। गुरुवार दोपहर जैसे ही योगेंद्र किसानों के साथ गुरुग्राम पहुंचे उनको पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनके साथ 50 से ज्यादा किसानों को भी पुलिस बैन में भरकर अपने साथ ले गई। योगेंद्र और उनके समर्थकों के खिलाफ ये कार्रवाई पैंडमिक एक्ट के तहत की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद योगेंद्र यादव ने हरियाणा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पुलिस कह रही है कि मैं और मेरे समर्थक शांति भंग कर रहे हैं। साथ ही मुझ पर पैंडमिक एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया जा रहा है। मैं पूछता हूं कि जब रविवार को हरियाणा के मेवात में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने रैली की थी, तो क्या वहां पर नियमों को उल्लंघन नहीं हुआ था। क्या तब कोरोना खत्म हो गया था। उन्होंने आगे कहा कि जो किसान शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं, उन पर पुलिस पानी की बौछार कर रही है, क्या भारत में किसान होना अपराध है।
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अंबाला-पटियाला बॉर्डर के पास उग्र आंदोलन
वहीं गुरुवार को बड़ी संख्या में किसान अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर पहुंच गए। इस दौरान जब पुलिस ने उन्हें बैरिकेटिंग लगाकर रोकने की कोशिश की तो उनका प्रदर्शन उग्र हो गया। किसानों ने सबसे पहले बैरिकेटिंग तोड़कर नदी में फेंक दी। जिस पर पुलिस ने भी आंसु गैस के गोले दागे और उन पर पानी की बैछार की। अभी भी इलाके में किसानों का प्रदर्शन जारी है।