वर्ल्ड कप: बड़ी टीमें खेल रही हैं बड़े मैच, कौन किसपर होगा सवा सेर
क़तर में चल रहा वर्ल्ड कप अब अपने आख़िरी चरण में है. आने वाले कुछ घंटों के भीतर दो क्वार्टर फ़ाइनल मैच खेले जाने हैं.
अगर आप फ़ुटबॉल फ़ैन हैं, तो आज के दिन आपकी धड़कने बेकाबू रहेंगी. फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप के पहले दो क्वार्टर फ़ाइनल मैच अगले चंद घंटों में होने वाले हैं.
पहला मैच टूर्नामेंट जीतने के लिए फ़ेवरेट मानी जा रही टीम ब्राज़ील और पिछले वर्ल्ड कप के रनर अप रही क्रोएशिया की टीम के बीच होगा.
और उसके बाद रात 12.30 बजे 1978 के फ़ाइनलिस्ट यानी नीदरलैंड्स और अर्जेंटीना आमने-सामने होंगे.
*क्रोएशिया बनाम ब्राज़ील - 20:30 बजे
*नीदरलैंड्स बनाम अर्जेंटीना - 12.30 बजे (शनिवार सुबह)
ज़बरदस्त फ़ॉर्म में चल रहे ब्राज़ील को रोक पाएगा क्रोएशिया?
ब्राज़ील फ़ुटबॉल की चंद उन टीमों में शामिल है, जिसके फ़ैन्स एशिया, यूरोप, अफ़्रीका से लेकर अमेरिकी महाद्वीप तक फैले हुए हैं.
इतना प्यार शायद ही किसी अन्य फ़ुटबॉल टीम को मिलता हो.
फ़ुटबॉल खेलने के ख़ास अंदाज़ से ये टीम अपनी प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौक़ा देती रहती है.
ब्राज़ील ने प्री-क्वार्टर फ़ाइनल मैच में आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए दक्षिण कोरिया की धज्जियाँ उड़ा दी थीं.
टीम शायद ये बताने के लिए आतुर थी कि 18 दिसंबर को ट्रॉफ़ी उठाने के लिए बेताब है.
4-1 से मिली जीत का जश्न मैनेजर ने भी टीम के साथ डांस करके मनाया था. अब ब्राज़ील आज अपने फ़ैन्स को और हंसी-ख़ुशी का अवसर देने चाहेगा.
क्रोएशिया के कोच ज़्लाटको डैलिच भी मानते हैं कि ब्राज़ील का ख़ौफ़ तो है.
वे कहते हैं, "मैंने जो अब तक उनका खेल देखा है, उनके प्लेयर्स के करतब देखे हैं. उससे तो सही में ख़ौफ़नाक-सा लगता है."
"लेकिन हमें मैच में पूरे भरोसे और आत्मविश्वास के साथ उतरना होगा. साथ ही ब्राज़ील के साथ खेलने के अवसर का लुत्फ़ उठाना होगा."
साल 2018 में क्रोएशिया फ़ाइनल में फ़्रांस से हारा था. लेकिन इस वर्ल्ड कप में पाँच बार के विजेता ब्राज़ील के सामने सबसे मुश्किल मैच होगा.
क्रोएशिया की ताक़त रियाल मैड्रिड के 37 वर्षीय मिडफ़ील्डर लुका मॉडरिच हैं. क़तर पहुँचने से पहले ही लुका साफ़ कर चुके हैं कि ये उनका आख़िरी वर्ल्ड कप होगा.
क्रोएशिया के फ़ुल-बैक जॉसिप यूरानोविच कहते हैं, "जब आप अपने देश के लिए लुका मॉडरिच जैसे खिलाड़ी को मैदान पर जी-जान लगाते देखते हैं, तब युवा खिलाड़ी भी जोश से भर जाते हैं."
वर्ल्ड कप: तानाशाह सरकारें और 'फ़ीफ़ा' का विवादित इतिहास
मेसी और वेन गॉल: आख़िरी वर्ल्ड कप?
नीदरलैंड्स और अर्जेंटीना के बीच आधी रात को होने वाला मैच कई पीढ़ियों को पुरानी यादों से रूबरू कराएगा.
1978 के यादगार फ़ाइनल मुक़ाबले के क़िस्से आज भी मशहूर हैं.
मारिया केंपिस के मशहूर गोल ने अर्जेंटीना की टीम को उस फ़ाइनल में जीत के लिए प्रेरित किया था.
दोनों टीमें 1998 में क्वार्टर फ़ाइनल में भी भिड़ीं थीं. उस मैच में डेनिस बर्गकैंप ने आख़िर में गोल दागकर नीदरलैंड्स को सेमी फ़ाइनल में पहुँचाया था.
आज का मैच भी भविष्य के लिए कई यादें छोड़कर जाएगा.
इनमें सबसे प्रमुख हो सकती है लियोनेल मेसी को वर्ल्ड कप में शायद अंतिम बार खेलते देखा.
कई जानकार उन्हें दुनिया का महानतम खिलाड़ी मानते हैं. पेले और माराडोना से भी महान. वो इस वर्ल्ड कप के बाद शायद ही इंटरेश्नल स्टेज पर अर्जेंटीना की जर्सी पहनकर दोबारा फ़ुटबॉल खेलने उतरे.
और साथ ही ये नीदरलैंड्स के मैनेजर लुइस वेन गॉल का अभी अंतिम वर्ल्ड कप होगा.
पेले का नाम आख़िर पेले कैसे पड़ गया?
35 वर्षीय मेसी के कंधों पर पूरे देश का भार है. अर्जेंटीना के फ़ैन्स की ख़्वाहिश की उनकी टीम एक बार मेसी मौजूदगी में ट्रॉफ़ी जीते.
उधर कैंसर से जंग जीतकर आए नीदरलैंड्स के 71 वर्षीय मैनेजर वेन गॉल भी वर्ल्ड कप के बाद मैदान छोड़ देंगे.
तीन बार फ़ाइनल में हारनी वाली टीम को वेन गॉल एक बार फ़ाइनल जीतते देखना चाहते हैं.
तेज़ तर्रार कोच का मुख्य फ़ोकस मेसी को काबू में रखा होगा.
और वो 2014 के वर्ल्ड कप में सेमी फ़ाइनल में मिली हार का भी बदला लेना चाहते हैं.
वेन गॉल ने कहा है, "हम अपने प्लान से टीमों को हैरान करने काबिलियत रखते हैं. हम उस दिन (2014 के सेमी-फ़ाइनल) भी बेहतर टीम थे और उस दिन मेसी के पास गाहे-बगाहे ही गेंद जा रही थी."
तो आज शाम आप कहीं भी हों, कुछ भी कर रहे हों. ये एक ऐसा अवसर है, जिसे आप मिस नहीं करना चाहेंगे.
क़तर के पर्पल आईलैंड की कहानी, कैसे यहां से शुरू हुई रंगों की दुनिया में क्रांति
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)