आज से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र, 5 जनवरी तक चलेगा
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस सत्र में विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। विभिन्न मुद्दों को लेकर एनडीए सरकार को घेरने के लिए आज विपक्ष के नेताओं ने एक बैठक में विचार किया। लोकसभा में पहले दिन यानि आज कोई कामकाज ना होने की संभावना है।
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस सत्र में विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। विभिन्न मुद्दों को लेकर एनडीए सरकार को घेरने के लिए आज विपक्ष के नेताओं ने एक बैठक में विचार किया। लोकसभा में पहले दिन यानि आज कोई कामकाज ना होने की संभावना है। लोकसभा को वर्तमान सदस्य के निधन पर श्रद्धांजलि देने के बाद सोमवार तक स्थगित किया जा सकता है। साप्ताहिक छुट्टी के बाद दोनों सदन की कार्यवाही सोमवार को फिर शुरू होगी। शीतकालीन सत्र पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों का भी असर पड़ेगा। ये सत्र हंगामेदार होने का आसार है।
सरकार शीतकालीन सत्र में 25 लंबित विधेयकों और 14 नए विधेयक पेश कर सकती है। इनमें तीन तलाक के मामले में मुस्लिम महिला को गुजारा भत्ता दिए जाने के अधिकार से जुड़ा विधेयक भी शामिल है। चुनाव के कारण करीब एक महीना देर से बुलाए गए इस सत्र की अवधि थोड़ी कम होगी। पिछले शीतकालीन सत्र के 21 दिवसीय कामकाज के मुकाबले इस सत्र में 14 दिन ही कामकाज होगा। हालांकि ऐसी उम्मीद है कि सरकार इस छोटी-सी अवधि में ही विधेयक पेश करेगी। इस सत्र में सरकार पर हमला करने के लिए विपक्ष अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र की बदतर हालत, जीएसटी और प्रवर्तन एजेंसियों के कथित दुरुपयोग का मुद्दा उठा सकता है।
संसद के शुक्रवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में सरकार को प्रमुख मुद्दों पर घेरने के लिए आज कई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई। कांग्रेस, राकांपा, तृणमूल कांग्रेस, सपा, राजद, नेशनल कांफ्रेंस और वाम दलों सहित विपक्षी दलों के नेताओं की राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के कक्ष में बैठक हुई। बैठक में संसद में उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया।
गुजरात- हिमाचल पर 6 चैनलों का एग्जिट पोल, पढ़ें सारे रुझानों की पूरी कहानी