जानिए क्या अब विंग कमांडर अभिनंदन उड़ा पाएंगे मिग या सुखोई जैसा कोई फाइटर जेट?
नई दिल्ली। विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान, पंजाब के अमृतसर स्थित वाघा बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। अब से थोड़ी देर बाद वह बाहर आएंगे। मंगलवार को पाकिस्तान के बालाकोट में इंडियन एयर फोर्स (आईएएफ) ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों के अगले दिन यानी बुधवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा में पाकिस्तान एयरफोर्स के फाइटर जेट दाखिल हुए। इन जेट्स में एक जेट एफ-16 को विंग कमांडर अभिनंदन ने मार गिराया। विंग कमांडर अभिनंदन, पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर में जा गिरे। अब जबकि वह वापस लौट रहे हैं, हर किसी के मन में यह सवाल है कि क्या वह फिर से फाइटर जेट उड़ा पाएंगे या नहीं?
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स्वास्थ्य पर निर्भर करेगा सब कुछ
विंग कमांडर अभिनंदन सुखोई जैसा फाइटर जेट उड़ा चुके हैं और मिग-21 उड़ाने में भी उन्हें महारत हासिल है। विंग कमांडर अभिनंदन फाइटर जेट उड़ाएंगे या नहीं, इसका निर्णय काफी हद तक उनकी पीठ की स्थिति पर निर्भर होगा। अगर उनकी पीठ सही रही तो फिर वह फिर से मिग या सुखोई या फिर ऐसा ही कोई फाइटर जेट उड़ा पाएंगे। वापस आने के बाद अभिनंदन फिर से अपनी ही यूनिट में भेजे जाएंगे।
अगर पीठ रही सही तो ही उड़ाएंगे फाइटर
विंग कमांडर अभिंनदन को अभी मेडिकल चेकअप से गुजरना होगा। अगर उनकी पीठ सही सलामत रही तो वह फिर से फाइटर जेट उड़ा पाएंगे। अगर उनकी पीठ की स्थिति सही नहीं हुई तो फिर उन्हें ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को उड़ाने के लिए दिया जाएगा। लेकिन जो लोग यह मान रहे हैं कि विंग कमांडर अभिनंदन को ग्राउंडेड कर दिया जाएगा तो वह गलत हैं। अभिनंदन को ग्राउंडेड नहीं किया जाएगा।
नचिकेता बने ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के पायलट
कारगिल की जंग के समय जब फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता पाकिस्तान से वापस लौटे तो उन्हें ड्यूटी ज्वॉइन करने में काफी समय लग गया था। इसके बाद उन्हें ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट आईएल-76 उड़ाने का जिम्मा दिया गया था। पाक सेना ने उन्हें पकड़ लिया लेकिन इससे पहले कि सेना उन्हें पकड़ती विंग कमांडर ने बहादुरी के साथ उसका सामना किया। अभिनंदन की पीठ में चोट लग गई है और यह बात खुद पाकिस्तान की मीडिया ने अपनी रिपोर्ट्स में लिखी है।
क्या होता है अगर इजेक्शन गलत रहा तो
एक बार फाइटर जेट से इजेक्ट करने के बाद अगर आपका पैराशूट सही तरीके से खुला और आपकी लैंडिंग सही रही है तो ज्यादा असर नहीं पड़ता है। लेकिन इजेक्शन के समय गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से अगर कोई पायलट गलत जगह पर गिरा तो उसकी पीठ पर खासा असर पड़ता है।
आईएएफ और अभिनंदन की उपलब्धि
विंग कमांडर अभिनंदन ने एफ-16 को ढेर किया। अभिनंदन ने राजौरी जिले के नौशेरा तक आ गए एफ-16 को लौटने ही नहीं दिया। एयर मार्शल (रिटायर्ड) बीके पांडेय ने वन इंडिया हिंदी के साथ बातचीत में कहा, 'निश्चित तौर पर यह एक उपलब्धि है। विंग कमांडर अभिनंदन ने जो कुछ भी किया उसने यह साबित कर दिया है कि इंडियन एयरफोर्स और इसके पायलट कुछ भी करने का दम रखते हैं।' इंग्लिश डेली हिन्दुस्तान टाइम्स ने एक सीनियर ऑफिसर के हवाले से लिखा है कि 90 सेकेंड्स में एफ-16 ने दो अमेरिकी एमराम मिसाइलों को दागा था। अभिनंदन पहले ऐसे पायलट हैं जिन्होंने मिग से एफ-16 को ढेर किया है।