मोदी कैबिनेट विस्तार: जब चल रहा था शपथ ग्रहण तब कहां थीं उमा भारती?
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार किया। शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी समेत सभी सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए, लेकिन उमा भारती कार्यक्रम से नदारद रहीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय उमा भारती बुंदेलखंड में हैं। चर्चा है कि उमा भारती नाराज हैं। इसी वजह से वह शपथ ग्रहण में शमिल नहीं हुईं।
उमा भारती ने जल संसाधन और गंगा सफाई मंत्रालय से यह कहते हुए हाल में इस्तीफे दे दिया था कि उनका स्वास्थ्य खराब रहता है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पीएम उनके मंत्रालय के कामकाज से खुश नहीं हैं। उमा भारती का इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं, इस बारे में अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है। इस्तीफे की खबर पर मीडिया ने उमा भारती से जब सवाल पूछा तो उन्होंने अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि यह सवाल उन्ही से पूछा जाना चाहिए।
पूरा बजट भी खर्च नहीं कर पाईं उमा भारती
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत 'नमामि गंगे' की शुरुआत की थी, लेकिन उमा भारती आवंटित बजट को पूरी राशि खर्च तक नहीं कर पाईं। 2014-15 में 2137 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया, लेकिन खर्च सिर्फ 326 करोड़ रुपये ही हो पाए। 2015-16 में 1650 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई थी, लेकिन इस साल भी पूरी राशि खर्च नहीं हो पाई।
ये थी उमा भारती की 'भीष्म प्रतिज्ञा'
बात ज्यादा पुरानी नहीं है। फरवरी 2017 में उमा भारती से गंगा सफाई को लेकर सवाल पूछा गया था, जिसके जवाब में उमा भारती ने कहा था, 'गंगा साफ नहीं करवा पाई तो प्राण त्याग दूंगी।'
उमा भारती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, 'कांग्रेस सरकारों की उपेक्षा के कारण गंगा निर्मलीकरण के नाम पर सरकारी धन की लूट हुई। मां गंगा के साथ करोड़ों भारतीयों के साथ मेरी भी आस्था जुड़ी है। मोदी सरकार आने के बाद मां गंगा का निर्मलीकरण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। गंगा के पानी को निर्मल बनाना मेरे जीवन का लक्ष्य है। यदि मेरे कार्यकाल में गंगा का पानी निर्मल नहीं हुआ तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगी।' इसी बातचीत के दौरान उमा ने प्राण देने की बात भी कही थी।