क्यों भारतीय सेना में डेढ़ लाख नौकरियों की कटौती होने जा रही है?
नई दिल्ली। भारतीय सेना में आने वाले 4 से 5 सालों में 1,50,000 से अधिक जवानों की भर्ती में कटौती कर सकती है। थल सेना के दो टॉप ऑफिसर ने कहा कि सीमा एक समीक्षा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया है कि सेना को अपना प्रभाव बढ़ाने और भविष्य की लड़ाइयों के लिए तैयारी करनी चाहिए, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। सेना ने इस समीक्षा के आदेश 2 जून को दिए थे, जिसमें भर्ती में कटौती से लेकर कई मुद्दों को शामिल किया गया था।
इंग्लिश डेली 'हिंदुस्तान टाइम्स' के मुताबिक, सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधु की अध्यक्षता में 11 सदस्यों के पैनल ने ये समीक्षा की है। इस महीने के अंत तक सेना प्रमुख बिपिन रावत के सामने इस रिपोर्ट को पेश किया जाएगा, वहीं नवंबर में इसकी फाइनल रिपोर्ट सौंपने की संभावना है।
अधिकारियों के अनुसार, कुछ इकाइयों को एक साथ लाने की वजह से आने वाले दो सालों में 50,000 सैनिकों की भर्ती में कटौती की जाएगी। वहीं, 2022-23 में अन्य 1,00,000 और ट्रूप्स को कम भर्ती करने की संभावना है।
दूसरे अधिकारी ने कहा कि सेना में भर्ती कम करने से सैन्य मुख्यालय, लॉजिस्टिक्स यूनिट्स, संचार प्रतिष्ठानों, मरम्मत सुविधाओं और अन्य प्रशासनिक और सहायक क्षेत्रों में निदेशकों सहित विभिन्न वर्टिकल को संशोधित करने की योजना बन रही है।
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