आखिर इतने गुस्से में क्यों है पूरा उत्तराखंड?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। उत्तराखंड इन दिनों निराश और सदमे में है। उसकी आंखें शर्म से झुकी हैं। कारण जानना चाहेंगे ? हाल ही में चकराता में पर्यटक युगल की जिस बेरहमी से हत्या की गई उससे सारे प्रदेश में गुस्सा है। उत्तराखंड का आम और खास इंसान उक्त घटना से हिल गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक कहते हैं कि चकराता की घटना से मेरा मन व्यक्तिगत रूप बहुत व्यथित हुवा है।
उत्तराखंड में घटित इस पहली वीभत्स घटना से उत्तराखंड का पूरा समाज दुःखी है । ऐसी घटना दुबारा न हो सके इसके लिए दोषियों को ऐसी कठोर से कठोर सजा दी जाय ताकि वह भविष्य के लिए भी एक सबक बन जाये।
आध्यात्मिक राजधानी में कत्ल
उधर, उत्तर प्रदेश में आला अधिकारी निर्मल पंत ने लखनऊ से फोन पर कहा कि उत्तराखंड पूरे विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है, यह देवभूमि देश की संस्कृति का प्राण है । इस धरा पर प्रकृति की बेशुमार नैसर्गिक सौंदर्य छटा बिखरी हुई है ,जिसे निहारने देश के कोने-कोने से ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व से पर्यटक पहुंचते हैं। ऐसे में चकराता में जो घटना पर्यटक जोड़े के साथ घटी उसने हम सब उत्तराखंड के लोगों को स्तब्ध कर दिया है ।
चूंकि उत्तराखंड के जनमानस की पहचान देश और दुनिया में उसके सीधे-सादे स्वभाव, आतिथ्य सत्कार, और ईमानदारी के लिए के लिए मशहूर है । और हमेशा रहेगी भी । इसलिए हम राज्यवासी यह चाहते हैं कि दोषियों को दी जाने वाली सजा आने वाली पीढ़ी के लिए भी सबक के रूप में हो।
बेशक, इस घटना के बाद उत्तराखंड सरकार की भी जिम्मेदारी बढ़ गई है। उत्तराखंड का समाज सरकार से मांग कर रहा है कि राज्य के अंदर आने वाले पर्यटकों एवम् यात्रियों की रक्षा, सुरक्षा, एवम् सम्मान की पूर्ण जिम्मेदारी सरकार सुनिश्चित करे । जिससे पर्यटकों का भरोषा बरकरार रहे ।
देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार विजेन्द्र रावत कहते हैं कि सरकार को इस प्रकरण को बेहद गंभीरता से लेना होगा । मैं भी देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों एवम् यात्रियों को यह कहना चाहूँगा कि जो घटना घटी है उस पर हम सभी राज्यवासियों को अफसोस है। सनद रहे कि कुछ दिन पहले दिल्ली के एक युगल की चकराता में हत्या कर दी गई थी।