थोक महंगाई में राहत, अगस्त में घटकर हुई 12.41 प्रतिशत
नई दिल्ली, 14 सितंबर: खुदरा महंगाई के झटका देने के बाद थोक महंगाई दर में थोड़ी राहत की बात सामने आई है।थोक महंगाई दर अगस्त महीने में घटकर 12.41 फीसदी पर आई है। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि थोक मुद्रास्फीति अगस्त महीने के दौरान घटकर 12.41 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने 13.93 प्रतिशत थी। वहीं यह दर जून महीने में 15.18 फीसदी और मई में 15.88 फीसदी रही थी। हालांकि अभी भी यह दोहरे अंकों में बनी हुई है।
थोक महंगाई दर में तीसरे महीने में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। ऐसा निर्माण क्षेत्र की कीमतों में नरमी की वजह से होना बताया जा रहा है। हालांकि खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी बनी रही है। थोक मूल्य सूचकांक (wholesale price index) आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में 13.93 प्रतिशत और पिछले साल अगस्त में 11.64 फीसदी थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि अगस्त 2022 में मुद्रास्फीति मुख्य रूप से पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में खनिज तेलों, खाद्य पदार्थों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बुनियादी धातुओं, रसायनों और रासायनिक उत्पादों, बिजली, खाद्य उत्पादों आदि की कीमतों में वृद्धि से योगदान करती है।"
खासतौर से थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति अब लगातार 17 महीनों से दोहरे अंकों में है। अगस्त 2022 में प्राथमिक वस्तुओं का सूचकांक 0.62 प्रतिशत बढ़कर 178.6 हो गया, जो जुलाई 2022 के महीने के लिए 177.5 फीसदी था।
महंगाई के मोर्चे पर बुरी खबर, खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर हुई 7 फीसदी
इस बीच सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य कीमतों में तेज वृद्धि के कारण भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में बढ़कर 7 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने 6.71 प्रतिशत थी।