पंजाब में कांग्रेस की 'तबाही' का जिम्मेदार कौन ? सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद को ये बताया
नई दिल्ली, 21 मार्च: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी शिकस्त को लेकर पार्टी वर्किंग कमिटी की बैठक में क्या-क्या हुआ था, उसकी खबरें अब छन-छन कर बाहर आ रही हैं। शायद सोनियां गांधी की अध्यक्षता के दौरान ऐसा पहला मौका आया है, जिसमें सीधे तौर पर हार के लिए जिम्मेदार लोगों की ओर इशारा करके तीखे सवाल पूछे गए हों। सबसे दिलचस्प मुद्दा पंजाब में हुई पार्टी की दुर्गति का है। जिसे खुद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा देख रहे थे। सीडब्ल्यूसी की बैठक में गुलाम नबी आजाद ने इनमें से किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सोनिया गांधी बीच में ही कूद पड़ीं और बड़े ही दिलचस्प अंदाज में गुलाम नबी के आजाद सवालों को झेलने की कोशिश की।
राहुल-प्रियंका को जिम्मेदार ठहराने से बचाने की कवायद
हर बार की तरह इस बार भी पांच राज्यों में कांग्रेस की पराजय पर मंथन के लिए पिछले हफ्ते सोनिया गांधी की अगुवाई में एक बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने पार्टी अध्यक्ष होने के नाते पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली थी। लेकिन, एनडीटीवी ने कांग्रेस की उस उच्चस्तरीय बैठक में शामिल एक पार्टी पदाधिकारी के हवाले से जो खुलासा किया है, उससे कांग्रेस के नेतृत्व की लाचारी सार्वजनिक हो गई है। दरअसल, कांग्रेस पंजाब में सत्ता में थी और वहां के मामले को पिछले कई महीनों से पूरी तरह से सोनिया के बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा सीधे हैंडल कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में करारी हार का जिम्मा जिस अंदाज में सोनिया ने सीधे अपने सिर लिया है, उससे साफ जाहिर होता है कि वह अपने बच्चों को बचाने चाहती हैं।
पंजाब में सत्ता से बुरी तरह बेदखल हुई कांग्रेस
कांग्रेस ने पंजाब में चुनाव से कुछ महीने पहले अपने कद्दावर चेहरे कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यममंत्री पद से हटा दिया और उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी की ताजपोशी करवाई। इससे पहले कैप्टन के कट्टर विरोधी बड़बोले नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बिठा दिया था। कैप्टन ने कई बार इसके खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की थी। इन सभी फैसलों के पीछे सीधे राहुल और प्रियंका का हाथ माना जाता है। लेकिन,जब विधानसभा चुनाव हुए तो पार्टी ना सिर्फ सत्ता से बेदखल हो गई, बल्कि 117 सीटों वाली असेंबली में उसके विधायकों की संख्या 77 से घटकर महज 18 पर सिमट गई।
पंजाब में कांग्रेस की 'तबाही' का जिम्मेदार कौन ?
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में पार्टी के 60 से ज्यादा बड़े नेताओं की मौजूदगी में पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने सोनिया से पंजाब की दुर्गति को लेकर कुछ तीखे सवाल करने की हिम्मत दिखाई। उस बैठक में मौजूद कांग्रेस के एक नेता के मुताबिक आजाद ने सीधा सवाल किया कि 'पंजाब की तबाही' का जिम्मेदार कौन है? चुनाव से तीन महीने पहले अमरिंदर सिंह की जगह चरणजीत सिंह चन्नी को बदलने का फैसला किसने लिया? नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष किसने नियुक्त किया, जो कांग्रेस पर लगातार रनिंग कमेंट्री करते रहे?
सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद को ये बताया
माना जा रहा है कि आजाद के सवालों का इशारा राहुल और प्रियंका की ओर था, जो कि बैठक के दौरान मौजूद भी थे। लेकिन, कहा जा रहा है कि सोनिया ने आजाद को और सवाल करने से रोक दिया और उनसे कहा कि ऐसे सवाल ना करें या किसी का नाम न लें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब में सारे फैसले उन्होंने (सोनिया ने) ही लिए और वह इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती हैं। कांग्रेस सूत्र के मुताबिक जब सोनिया ने 'जिम्मेदारी ली' तो आजाद ने उनका धन्यवाद किया। आजाद कांग्रेस के उस जी-23 समूह के नेताओं में शामिल हैं, जो पिछले करीब डेढ़ साल से असंतुष्ट चल रहे हैं, पार्टी में सुधार की मांग कर रहे हैं, लेकिन पार्टी ने अभी तक उनकी मांगों के प्रति कोई ठोस गंभीरता नहीं दिखाई है।