यूक्रेन संकट पर भारत की प्रतिक्रिया किस पर आधारित है? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गिनाए ये 6 पॉइंट
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को यूक्रेन संकट पर भारत की प्रतिक्रिया की व्याख्या करते हुए 6 सिद्धातों को सूचीबद्ध किया जिसमें...
नई दिल्ली, 24 मार्च। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को यूक्रेन संकट पर भारत की प्रतिक्रिया की व्याख्या करते हुए 6 सिद्धातों को सूचीबद्ध किया, जिसमें युद्ध की तत्काल समाप्ति, मसले को सुलझाने के लिए दोबारा बातचीत शुरू करना, कूटनीति और मानवीय पहुंच शामिल है।
युद्ध के बारे में राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भारत का रुख 6 सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट पर हमारी प्रतिक्रिया 6 सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें युद्ध की तत्काल समाप्ति, बातचीत और कूटनीति की वापसी, अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित वैश्विक व्यवस्था, संयुक्त राष्ट्र चार्टर, क्षेत्रीय अखंडता और मानवीय पहुंच। उन्होंने कहा कि भारत रूस, यूक्रेन के नेतृत्व के संपर्क में रहते हुए मानवीय सहायता भेज रहा है।
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रूस और चीन के बीच बढ़ते संबंधों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार अंतराष्ट्रीय संबंधों में बदलाव से अवगत है। एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने यूक्रेन को दवाएं, चिकित्सा उपकरण, राहत सामग्री सहित मानवीय सहायता भेजी है। इससे पहले उन्होंने जानकारी देते हुए कहा था कि 18 देशों के 147 विदेशी नागरिकों को 'ऑपरेशन गंगा' के तहत यूक्रेन से भारत लाया गया था।
उन्होंने कहा कि भारत के 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत के अनुरूप विदेशी नागरिकों को भी संघर्ष क्षेत्रों से निकालकर भारत लाया गया, जिसमें18 देशों के 147 नागरिक शामिल थे। कई यूक्रेनी नागरिक जो भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्य हैं, उन्हें भी निकाला गया है।
उन्होंने सदन में कहा कि तनाव बढ़ने पर यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने जनवरी 2022 में भारतीयों के लिए रजिस्ट्रेशन कैंपेन शुरू किया और इसके परिणामस्वरूप लगभग 20,000 भारतीयों ने रजिस्ट्रेशन कराया। उन्होंने कहा इनमें अधिकांश भारतीय यूक्रेन के विश्वविद्यालयों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र थे।