सीएम कैंडीडेट बनने के करीब पहुंचे योगी आदित्यनाथ!
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2017 विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी खेमे में से एक हिस्से का कैबिनेट विस्तार के साथ ही ख्वाब चकनाचूर हो गया। कयास लगाई जा रही थी कि गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को मंत्री मंडल में शामिल कर सीएम कैंडीडेट के रूप में किसी और चेहरे को जगह दी जाएगी।
पढ़ें-
अपने
अंदाज
में
सुषमा
ने
दिया
मीडिया
को
जवाब
कुछ लोगों का मत यह भी था कि योगी आदित्यनाथ को मंत्री बनाए जाने के बाद उनके समर्थकों में सीएम कैंडीडेट न बनाने को लेकर भी नाराजगी नहीं होगी। लेकिन नामों के खुलासे के साथ इन तमाम कयासों पर पूर्ण विराम लगा दिया गया। साथ ही योगी सीएम कैंडीडेट के और प्रबल दावेदार बनते दिख रहे हैं।
यूपी से इन नेताओं को मिली जगह
शाहजहांपुर से बीजेपी सांसद कृष्णा राज, मिर्जापुर से अपना दल सांसद अनुप्रिया पटेल और चंदौली से बीजेपी सांसद डॉ महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने आज राज्यमंत्री की शपथ ली। यूपी के इन नेताओं के साथ भाजपा राजनीतिक फायदा तलाशने की कोशिशों में जुट गई है।
क्या होगा फायदा?
लोकसभा चुनावों में अप्रत्याशित जीत की खातिर रणनीति तय करने वाले अमित शाह ने इस बार सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों का चुनाव किया है। कृष्णा राज दलित समाज से आती हैं और महिला भी हैं। वहीं अनुप्रिया ओबीसी वोट के बड़े जनाधार का प्रतिनिधित्व करती है। दूसरी तरफ महेन्द्रनाथ पाण्डेय पूर्वांचल में ब्राह्मणों का चेहरा माने जाते हैं।
स्मृति के हाथ में नहीं होगा प्रचार
स्मृति ईरानी को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के पद से हटा कर कपड़ा मंत्रालय दिये जाने के बाद यह बात उठी कि हो सकता है अब इन्हें यूपी में चुनव प्रचार के लिये भेजा जाये। लेकिन भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी किसी भी ऐसे नेता को प्रचार में प्रोजेक्ट नहीं करेगी, जो यूपी से बाहर का हो। वैसे भी ईरानी अमेठी में चुनाव हार चुकी हैं, इसलिये उन्हें यूपी में फिर से प्रचार के लिये लाने की गलती भाजपा नहीं करेगी।