असदुद्दीन ओवैसी के दौरे से पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल, धार्मिक नेता अब्बास सिद्दीकी से मिले
नई दिल्ली। west bengal assembly elections 2021: आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। देश के चुनावी दलों के दिग्गज समय-समय पर पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर कब्जा करने वाली पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की नजरें अब ममता बनर्जी के गढ़ में है। रविवार को असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य का दौरा किया और धार्मिक नेता अब्बास सिद्दीकी (Abbas Siddiqui) से मुलाकात की।

कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से भाग लेगी। बंगाल चुनाव से पहले कोलकाता (Kolkata) पहुंचे ओवैसी रविवार (3 जनवरी, 2021) जंगीपाड़ा स्थित फुरफुरा दरबार शरीफ (Furfura Darbar Sharif) गए और अब्बास सिद्दीकी से मुलाकात की। असदुद्दीन ओवैसी के कोलकाता पहुंचते ही राजनीतिक हलचल शुरू हो गई, हालांकि उनकी इस यात्रा को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने नजर अंदाज करने की कोशिश की है लेकिन ओवैसी की चर्चा चारों ओर है।
I met Abbas Siddiqui today and our party will definitely take part in the upcoming Vidhan Sabha elections. Our party will stand with decisions that will be taken by Abbas Siddiqui: AIMIM Chief Asaduddin Owaisi in Kolkata. pic.twitter.com/DHCEl5uzWT
— ANI (@ANI) January 3, 2021
रविवार को असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैं आज धार्मिक नेता अब्बास सिद्दीकी से मिला और हमारी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से भाग लेगी। हमारी पार्टी उन फैसलों के साथ खड़ी होगी जो अब्बास सिद्दीकी द्वारा उठाए जाएंगे।' गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेने के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि ओवैसी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में भी बीजेपी और टीएम को कड़ी टक्कर देंगे। चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान ओवैसी पहले ही कर चुके हैं। AIMIM के राज्य सचिव जमीरुल हसन ने बताया कि अब्बास सिद्दीकी के साथ बैठक को ओवैसी गुप्त रखना चाहते थे क्योंकि हमें आशंका थी कि टीएमसी सरकार उन्हें हवाई अड्डे से बाहर निकलने से रोक देगी। कोलकाता हवाई अड्डे से वह सीधे अब्बास सिद्दीकी से मिलने हुगली गए।