PNB स्कैम: मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर MEA ने कहा- एंटीगा सरकार जांच कर रही है, थोड़ा इंतजार करना होगा
नई दिल्ली। हजारों करोड़ रुपए का पीएनबी घोटाला कर देश से फरार हुए हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी एंटीगा में है। उसे गिरफ्तार कर भारत लाने के लिए एंटीगा के साथ प्रत्यर्पण संधि साइन भी हो चुकें हैं। इसी मामले में विदेश मंत्रालय द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया गया है कि एंटीगा प्रत्यर्पण के लिए भारत के साथ सहयोग करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि एंटीगा सरकार हमारे प्रत्यर्पण संधि को संज्ञान में लिया है और इसपर जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनप्रीत वोहरा 3 अगस्त को ऐंटीगा गए थे और वहां के विदेश मंत्री से मुलाकात की थी। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि हमें बताया गया है कि वह अभी इसकी जांच कर रहे हैं। हमें अभी भी इंतजार करना होगा
वोहरा ने ऐंटीगा के विदेश मंत्री ईपी चेट ग्रीन से चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर चर्चा की। बैठक के दौरान वोहरा ने ग्रीन को प्रत्यर्पण आवेदन भी सौंपा। वोहरा के साथ उच्चायुक्त वेंकटचलन महालिंगम, जो ऐंटीगा और बारबूडा के मान्यता प्राप्त प्रतिनिधि हैं और भारत सरकार के वरिष्ठ कानूनी सलाहकार डॉक्टर प्रदीप चौधरी भी थे। एंटीमा मीडिया के मुताबिक ऐंटीगा न्यूजरूम ने ग्रीन को कोट करते हुए लिखा, 'मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि ऐंटीगा और बारबूडा जिम्मेदारीपूर्ण रवैया अपनाएगा और इस मसले पर भारत सरकार के साथ सहयोग करेगा। कुछ प्रक्रियाएं हैं, जिनका पालन करना जरूरी है, लेकिन इसके बाद आप हमें कानून के शासन के लिए प्रतिबद्ध सरकार के तौर पर पाएंगे।'
एनआरसी के मुद्दे पर मंत्रालय द्वारा कहा गया कि 'एनआरसी ड्राफ्ट को लेकर हम बांग्लादेश सरकार के संपर्क में है। हमने उन्हें कहा है कि यह अभी भी एक ड्राफ्ट लिस्ट है और असम के लोगों की पहचान अभी भी जारी है। बांग्लादेश सरकार ने माना है कि यह भारत का आंतरिक मामला है।
हम नहीं चाहते कि इससे भारत-बांग्लादेश के रिश्तों पर कोई असर पड़े।' वहीं विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर मंत्रालय द्वारा कहा गया कि- फिलहाल यह मामला वेस्टमिनिस्टर कोर्ट में है औऱ इसकी अगली सुनवाई 12 सितंबर को होगी। हम उन पर विजय माल्या को वापस भारत लाने के लिए लगातार दबाव बनाएंगे।