विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए होगा एक ही उम्मीदवार, उच्च स्तरीय मीटिंग के बाद बोलीं ममता बनर्जी
नई दिल्ली, जून 15। राष्ट्रपति चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे विपक्ष को एकजुट करने में लगी हुई हैं। उनके इसी प्रयास के मद्देनजर उन्होंने बुधवार को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक हाईलेवल बैठक बुलाई, जिसमें सभी विपक्षी पार्टियों के सीनियर लीडर शामिल हुए। यह बैठक खत्म हो चुकी है और ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूरे विपक्ष का एक साझा उम्मीदवार होगा, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
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साझा उम्मीदवार को हर कोई देगा अपना समर्थन- ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, "आज इस बैठक में कई पार्टियों के नेता शामिल हुए थे। हमने तय किया है कि हम केवल एक आम सहमति वाले उम्मीदवार को चुनेंगे। हर कोई इस उम्मीदवार को अपना समर्थन देगा। हम दूसरों से सलाह मशविरा करेंगे। यह एक अच्छी शुरुआत है। हम कई महीनों के बाद एक साथ बैठे हैं और हम इसे जारी रखेंगे।"
Several parties were here today. We've decided we will choose only one consensus candidate. Everybody will give this candidate our support. We will consult with others. This is a good beginning. We sat together after several months, and we will do it again: Mamata Banerjee, TMC pic.twitter.com/oI2L5xDp3n
— ANI (@ANI) June 15, 2022
एक आम चेहरा बनेगा राष्ट्रपति उम्मीदवार!
ममता बनर्जी की बैठक में कई विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के साथ-साथ लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए। ममता की मीटिंग के बाद प्रसिद्ध लेखक और राजनेता सुधींद्र कुलकर्णी ने कहा कि सभी विपक्षी दलों ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक आम व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने के लिए प्रस्ताव अपनाया है। एक उम्मीदवार जो वास्तव में संविधान के संरक्षक के रूप में काम कर सकता है और मोदी सरकार को भारतीय लोकतंत्र और भारत के सामाजिक ताने-बाने को और नुकसान पहुंचाने से रोक सकता है, ऐसे चेहरे को ही हम राष्ट्रपति बनाना चाहेंगे।
ममता बनर्जी ने 17 दलों को दिया था निमंत्रण
आपको बता दें कि ममता बनर्जी की मीटिंग में 17 विपक्षी दलों के नेताओं को आने का न्योता दिया गया था। इसमें कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआईएम, आरएसपी, शिवसेना, एनसीपी, आरजेडी, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, जेडीए, डीएमके, आरएलडी, IUML और जेएमएम के नेताओं को इस मीटिंग में आने का न्योता दिया था। अखिलेश, शरद पवार महबूबा मुफ्ती और मल्लिकार्जुन खड़गे मीटिंग के बाद ममता बनर्जी के साथ भी दिखे थे।
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