माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने कहा- पुलवामा हमले की याद में शहीद स्मारक बनाने की जरूरत नहीं
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले को आज एक साल पूरे हो चुके है, इस मौके पर पूरे देश ने एक बार फिर अपने जांबाज शहीद जवानों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पिछले वर्ष 14 फरवरी को हुए इस हमले को लेकर उस समय भी राजनीति हुई थी आज एक साल बाद भी राजनीति जारी है। शुक्रवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता मोहम्मद सलीम ने ट्वीट के माध्यम से एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरा है।
मोहम्मद सलीम बोले- शहीद स्मारक की आवश्यकता नहीं
सीपीआईएम नेता मोहम्मद सलीम ने ट्वीट में लिखा, पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की याद में शहीद स्मारक नहीं बनाया चाहिए क्योंकि वह सरकार की सुरक्षा विफलता की याद दिलाता है। मोहम्मद सलीम का यह ट्वीट अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, और उनकी आलोचना भी की जा रही है। मोहम्मद सलीम ने ट्वीट में लिखा, हमें अपनी फिलता को याद करने के लिए शहीद स्मारक बनाने की जरूर नहीं है।
माकपा नेता ने उठाया ये सवाल
माकपा नेता ने आगे लिखा कि, हमें केवल एक बात जानने की जरूरत है कि आखिल 80 किलोग्राम आरडीएक्स अंतरराष्ट्रीय सीमा पार और धरती के सबसे अधिक सेना से घिरे क्षेत्र में आया कैसे, जिस वजह से हमरे सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट में हैसटैग 'जस्टिस फॉर पुलवामा' भी लिखा है। बता दें कि पुलवामा पहले के एक साल बाद भी विपक्ष सरकार से सवाल पूछ रहा है कि आखिर आरडीएक्स आया कहां से? कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर हमले पर सवाल उठाए हैं।
Today as we remember our 40 CRPF martyrs in the #PulwamaAttack , let us ask:
1. Who benefitted the most from the attack?
2. What is the outcome of the inquiry into the attack?
3. Who in the BJP Govt has yet been held accountable for the security lapses that allowed the attack? pic.twitter.com/KZLbdOkLK5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2020
राहुल गांधी ने किया ये ट्वीट
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'आज हम पुलवामा हमले के 40 शहीदों को याद कर रहे हैं।' इसके बाद राहुल गांधी ने तीन सवाल अपनी ट्वीट में पूछे हैं। उन्होंने लिखा है, 'किसे इस हमले का सबसे ज्यादा फायदा हुआ? इस हमले की इन्क्वॉयरी का क्या नतीजा आया है? बीजेपी सरकार में किस सुरक्षा में हुई चूक का जिम्मेदार ठहराया जाना बाकी है जिसकी वजह से हमला हुआ? राहुल गांधी ने पिछले वर्ष भी इसी तरह के सवाल सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे थे।
40 जवानों ने दी थी शहादत
बता दें कि 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले से एक आतंकी ने 80 किलोग्राम आरडीएक्स से भरी गाड़ी को ले जाकर भिड़ा दिया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। जिस काफिले को निशाना बनाया गया था उसमें 2500 जवान शामिल थे। हमले की जिम्मेदारी कुछ घंटों बाद ही जैश-ए-मोहम्मद ने ले ली थी। इस हमले ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ाकर रख दी थी। जवान, भारी बर्फबारी की वजह से करीब एक हफ्ते तक जम्मू में ही फंसे रह गए थे।
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