हम 70 साल में एक अच्छी रायफल भी ना बना सके: हामिद अंसारी
हम 70 साल में एक अच्छी रायफल भी ना बना सके: हामिद अंसारी
नई दिल्ली। हाल ही में कुछ हथियारों के परीक्षण के समय नाकामयाब होने की खबरों के बीच उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने देश के भीतर रिसर्च पर कमी और रक्षा क्षेत्र में दूसरे देशों पर ही आश्रित होने पर अफसोस जाहिर किया है। उपराष्ट्रपति ने सरकारों के अनुसंधान पर जोर ना देने पर भी चिंता जताई है।
हामिद अंसारी ने कहा कि आजादी के इतने साल बाद भी हमारा देश अपनी रक्षा जरूरतों का 60 फीसदी से ज्यादा आयात कर रहा है, ये सोचने की बात है कि हम अपने सशस्त्र बलों के लिए एक ढंग की राइफल भी नहीं बना पाए। हाल ही में थलसेना की ओर से किए गए फायरिंग परीक्षण में देश में बनाई गई एक रायफल के फेल हो गई थी।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपनी जीडीपी का महज 0.9 फीसदी वैज्ञानिक अनुसंधान पर खर्च करता है, जबकि दूसरे देश इस पर ज्यादा ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुकाबले चीन वैज्ञानिक अनुसंधान पर 2, जर्मनी 2.8 और इस्राइल 4.6 फीसदी खर्च करता है। हामिद अंसारी ने कहा कि देश में विशुद्ध विज्ञान विषयों में पीएचडी करने वालों की संख्या बेहद कम है वहीं अनुसंधान एवं विकास में सरकार की कोशिशें भी काफी नहीं हैं।
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