उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का निधन, अमेरिका में फेफड़े की बीमारी का करा रहे थे इलाज
देहरादून: उत्तराखंड के वित्त मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता प्रकाश पंत का बुधवार को निधन हो गया। वो इलाज कराने के लिए अमेरिका गए थे। वो फेफड़े की बीमारी से ग्रसित थे। इससे पहले वो दिल्ली में भर्ती थे। प्रकाश पंत पिथोरागढ़ विधानसभा सीट से विधायक थे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसकी जानकारी दी है। सरकार की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
उत्तराखंड की त्रिवेंद सिंह रावत सरकार में प्रकाश पन्त के पास वित्त के अलावा संसदीय, पेयजल एवम स्वछता, आबकारी, विधायी, भाषा, गन्ना विकास और चीनी उद्योग मंत्रालय थे। उनकी मौत से पूरे राज्य में शोक की लहर है। उनके सारे मंत्रालय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के पास थे। खराब स्वास्थ के बावजूद पंत ने फरवरी में बजट सत्र में हिस्सा लिया था। विधानसभा में अपना व्यक्तव्य रखते हुए वो बेहोश भी हो गए थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंग रावत ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रकाश जी के परिवार के साथ मेरी संवेदनाएँ हैं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दुःख की इस घड़ी में परिवार को उनके निधन से हुई अपूर्णीय क्षति एवं असहनीय कष्ट को सहने की शक्ति प्रदान करें। प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक एवं सभी सरकारी एवं अर्धसरकारी कार्यालय कल बंद रहेंगे।
उन्होंने उन्हें याद करते हुए आगे लिखा कि उत्तराखंड में मेरे वरिष्ठ सहयोगी एवं प्रदेश के वित्तमंत्री श्री प्रकाश पंत जी का अमेरिका में इलाज के दौरान स्वर्गवास होने का समाचार पा कर स्तब्ध भी हूँ और व्यथित भी।प्रकाश जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत एवं अपूर्णीय क्षति है; उनके निधन से हमारा तीन दशक पुराना साथ यादों में रह गया। एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा कि शांत,सौम्य और सरल स्वभाव के धनी प्रकाशजी ने अपने लम्बे राजनैतिक जीवन में प्रदेश के गठन और बाद में प्रदेश को एक नई दिशा देने में बड़ी भूमिका निभायी। उनके निधन से प्रदेश एवं हमारे भाजपा संगठन ने एक बहुत बड़ा व्यक्तित्व को खो दिया। दिवंगत आत्मा की सद्गति के लिए ईश्वर से प्रार्थी हूँ।
प्रकाश पंत की गिनती उत्तराखंड भाजपा के कद्दावर नेताओं में की जाती थी। इसस पहले भी वो राज्य में बीजेपी की सरकार में अहम मंत्रालय संभाले थे। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनके स्वास्थ को लेकर चिंता जताई जा रही थी।