Pulwama Terror Attack: उद्धव ठाकरे का अजीत डोभाल पर हमला, बोले- जिम्मेदारी ना निभाने वालों को हटाया जाए
नई दिल्ली: गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले में आत्मघाती हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है। देश के सभी राजनीतिक दलों ने आतंकियों की इस कायराना हरकत की निंदा की है। वहीं एनडीए की सहयोगी शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस हमले को लेकर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर इन्हें रोकने की जिम्मेदारी दी गई हैं, उन्हें वो निभानी होगी। शिवसेना प्रमुख ने पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले से पहले खुफिया एजेंसियों के आईडी हमले को लेकर दिए गए अलर्ट के संबंध में ये बात कही। उद्धव के इस बयान को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर किए हमले से जोड़ा रहा है। गौरतलब है कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 44 केंद्रीय सुरक्षा बल(सीआरएफ) के जवान मारे गए हैं।
अजीत डोभाल का नाम लिए बिना किया हमला
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा,' ये कौन लोग हैं, जो खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के पर कार्यवाई नहीं कर सकते हैं। ऐसे कुछ लोगों को सारी जिम्मेदारी क्यों दी गई है? इन्हें इनके पदों से हटा देना चाहिए। जो भी इन खामियों के लिए जिम्मेदार हैं, उन सबकी जांच करके उन्हें पदों से हटा देना चाहिए।' हालांकि उन्होंने अजीत डोभाल का नाम नहीं लिया। अजीत डोभाल को मोदी के करीबियों में गिना जाता है।
'सरकार को नारे देने की जगह कार्रवाई करनी चाहिए'
शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को नारे और आश्वासन देना बंद करना चाहिए। इसकी जगह उन्हें कुछ करने की ज़रूरत है। आप कुछ विशेष नारे देते और आश्वासन देते हैं कि उन्हें सजा दी जाएगी। पांच साल गुजर गए लेकिन कुछ नहीं हुआ। चुनाव को अलग रखते हुए सैनिकों को पाकिस्तान के अंदर भेजा जाए और सबक सिखाया जाए।
सरकार की शांति की अपील पर साधा निशाना
शिवसेना प्रमुख ने सरकार पर जनता से शांति बनाए रखने की अपील पर भी निशाना साधा। हम खामोश रहने के अलावा क्या कर सकते हैं। लोगों को सरकार से उम्मीद है कि वो कि खामोश नहीं बैठेगी और पाकिस्तान के अंदर घुसेगी। उन्होंने कहा कि उरी आतंकी हमले के बाद हमने सर्जिकल स्ट्राइक का स्वागतकिया था। लेकिन ये तथ्य है कि ये भारतीय क्षेत्र में किया गया था। हम पीओके को अपना इलाका मानते हैं और ये हमारे इलाके में हुआ। इस समय हम चाहते हैं कि सैनिक पाकिस्तान के अंदर घुसे और उन्हें सबक सिखाए। सरकार जवाब दे कि वो अमेरिका की तरह पाकिस्तान के अंदर क्यों नहीं जाती। जैसे उन्होंने ओबामा को घुसकर मारा। हम ऐसा क्यों नहीं करते।