Bihar: छठ पूजा के दौरान मंदिर ढहने से दो महिलाओं की मौत
नई दिल्ली। लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर आज उगते सूरज को अर्घ्य देने के दौरान बिहार में बड़ा हादसा सामने आया है। यहां समस्तीपुर में घाट के पास मंदिर ढह जाने से दो महिलाओं की मौत हो गई है। घटना के बाद राहत और बचाव के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पॉस फोर्स की टीम मौके पर पहुंची और यहां फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम कर रही है। हादसे में जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
यह हादसा उस वक्त हुआ जब लोग पूजा कर रहे थे, इसी दौरान मंदिर की एक दीवार नीचे गिर गई, जिसकी वजह से लोग दीवार के मलबे के नीचे दब गए। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि मलबे में कितने लोग दबे हैं। उन्हें बचाने का कार्य जारी है। बता दें कि इससे पहले शनिवार को बिहार में एक और हादसा सामने आया था। यहां औरंगाबाद में छठ पूजा के दौरान भगदड़ हो जाने से दो लोगों की मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार भगदड़ में दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग इस हादसे में घायल हो गए थे। यह हादसा उस वक्त हुआ जब शाम को लोग औरंगाबाद के देव मेला में पहुंचे थे, इसी दौरान यहां भगदड़ मच गई, जिसमे दो बच्चे दब गए और उनकी मौत हो गई। मृतक बच्चों के नाम प्रिंस कुमार (4) और रिंकू कुमारी (7) है।
बता दें कि लोकआस्था का पर्व छठ की काफी मान्यता है, अथर्ववेद के अनुसार षष्ठी देवी भगवान भास्कर की मानस बहन हैं। भगवान सूर्य तेजस्वी और यशस्वी पुत्र देते हैं। अस्तांचल और उदित सूर्य दोनों की पूजा छठ में होती है। उदित सूर्य एक नए सवेरा का प्रतीक है, अस्त होता हुआ सूर्य केवल विश्राम का प्रतीक है इसलिए छठ पूजा के पहले दिन अस्त होते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य हैं, जो लोगों को ये बताता है कि दुनिया खत्म नहीं हुई, कल फिर सवेरा होगा।