कोरोना की तीसरी लहर भी निश्चित आएगी, ऐसा कहकर देशव्यापी लॉकडाउन पर केंद्र ने दिए बड़े संकेत
नई दिल्ली, 5 मई: केंद्र सरकार ने साफ किया है कि देश में जिस रफ्तार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसके बाद इसकी तीसरी लहर भी आनी तय है। हालांकि, इसके लिए सरकार ने कोई समय नहीं बताया है कि ऐसा कबतक होने की आशंका है। लेकिन, इतना जरूर कह दिया गया है कि देश को नई लहर के लिए तैयारी करके रखनी चाहिए। उधर सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया है और नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि फिलहाल राज्यों को स्पष्ट गाइडलाइंस दी गई है और वह उसी के मुताबिक पाबंदियां लगा रहे हैं। भविष्य में किस तरह की आवश्यकता पड़ेगी उसपर लगातार चर्चा हो रही है और उसी के हिसाब से फैसले लिए जाएंगे।
देशव्यापी लॉकडाउन पर केंद्र ने दिए बड़े संकेत
देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जाहिर करने के बीच केंद्र सरकार ने इसकी भयानकता को देखते हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन पर बहुत बड़ी बात कह दी है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है, 'संक्रमण बढ़ता है तो चेन ऑफ ट्रांसमिशन को रोकने के लिए पाबंदियों को भी बीच में लाया जाता है। लोगों को संपर्क में आने से रोका जाना चाहिए। इस संबंध में 29 अप्रैल को डिटेल गाइडलाइन जारी की गई है। जिन इलाकों में टेस्ट पॉजिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है या बेड ऑक्यूपेंसी 60 फीसदी से ज्यादा हैं, वहां के लिए पूरी तरह से स्पष्ट रूप से स्टेट को नाइट कर्फ्यू की एडवाइजरी है। राज्यों को फैसला करना है। इसके अलावा सभी तरह की भीड़ जुटाने पर बैन है (राजनीतिक, सांस्कृतिक, खेल, धार्मिक )। राज्यों को स्थानीय हालात का पूरा नजदीकी विश्लेषण करना है और उसी आधार पर फैसले लेने हैं। केंद्र की ओर से पूरी तरह से स्पष्ट एडवाइजरी दी जा चुकी है; और इस आधार पर राज्य फैसले ले भी रहे हैं, जिसकी हम सराहना करते हैं।' जब कोविड के संक्रमण को रोकने के लिए उनसे देशव्यापी लॉकडाउन के बारे में पूछा गया तो वो बोले- 'इन पाबंदियों के अलावा क्या कोई और विकल्प है तो इसपर लगातार चर्चा होती है और जैसी भी आवश्यकता होगी उसी हिसाब से फैसले लिए जाएंगे। लेकिन, इस दौरान राज्यों को संक्रमण रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश मिले हुए हैं। '
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देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी- मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार
इस बीच केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कोरोना की तीसरी लहर का आना निश्चित बता दिया है। उन्होंने कहा है, 'वायरस के तेजी से संक्रमण को देखते हुए इसकी तीसरी लहर आनी निश्चित है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह तीसरी लहर किस समय पर आएगी। हमें नई लहरों के लिए तैयारी करनी चाहिए।' गौरतलब है कि देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर की भयंकर चपेट में है और इसकी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है कि इस संकट से कबतक छुटकारा मिलेगा। ऐसे में तीसरी लहर की आशंका निश्चित तौर पर परेशान करने वाली है। क्योंकि, दूसरी लहर में पहली लहर के मुकाबले रोज के नए संक्रमण के मामले अप्रत्याशित रूप से तो बढ़े ही हुए हैं, मौत का आंकड़ा भी भयावह शक्ल अख्तियार कर चुका है। 22 अप्रैल से देश हर दिन 3 लाख से ज्यादा नए संक्रमण का गवाह बन रहा है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है और पिछले कई दिनों से रोजाना मौत का आंकड़ा भी 3 हजार से ज्यादा जा रहा है। 1 मई को देश में रिकॉर्ड 4,01,993 नए मामले भी सामने आ चुके हैं। जबकि, पहली लहर में 17 सितंबर को सर्वाधिक केस 97,894 दर्ज किए गए थे।
नए वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन कारगर
हालांकि कोविड-19 के नए वेरिएंट के बारे में राघवन ने कहा कि 'वायरस के नए स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह फैल रहे हैं। इनमें नई तरह के ट्रांसमिशन का गुण नहीं है। उनके मुताबिक मौजूदा वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं। उनका कहना है कि देश और दुनिया में नए वेरिएंट आते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है। उन्होंने बताया कि तमाम वैज्ञानिक इन अलग-अलग वेरिएंट का मुकाबला करने की तैयारी कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार सुबह देश में 24 घंटे में 3,82,315 नए केस सामने आए, जबकि इसी दौरान 3,780 लोगों की मौत हुई है।