30% महिलाओं ने पतियों के पत्नियों को पीटे जाने को बताया सही- NFHS के सर्वे में हुआ खुलासा
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। सर्वे में शामिल 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कम से कम 30% महिलाओं ने पतियों द्वारा उनकी पत्नियों को पीटने को सही ठहराया है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। सर्वे में शामिल 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कम से कम 30% महिलाओं ने पतियों द्वारा उनकी पत्नियों को पीटने को सही ठहराया है। जी हां, NFHS के नवीनतम सर्वे के मुताबिक 30 प्रतिशत महिलाओं ने कुछ परिस्थितियों में पतियों द्वारा उनकी पत्नियों को पीटे जाने को उचित ठहराया है। रोचक बात यह रही कि महिलाओं ने इसके कारण भी गिनाए।
पतियों द्वारा पत्नियों की पिटाई उचित
डेटा के अनुसार सर्वे में शामिल तीन राज्यों आंध्र प्रदेश (84%), तेलंगाना (84%), कर्नाटक (77%) में 75% से अधिक महिलाओं ने पति द्वारा पत्नी को पीटने को सही बताया। इसके अलावा मणिपुर (66%), केरल (52%), जम्मू और कश्मीर (49%), महाराष्ट्र (44%) और पश्चिम बंगाल (42%) जैसे राज्यों की महिलाओं ने पति द्वारा पत्नी की पिटाई को उचित ठहराया।
यदि पति इस वजह से मारता है तो सही है
दरअसल
एनएफएचएस
ने
अपने
सर्वे
के
दौरान
सवाल
किया
था
कि
क्या
आपकी
राय
में
एक
पति
द्वारा
पत्नी
को
मारा
जाना
उचित
है?
इस
पर
14
राज्यों
और
केंद्र
शासित
प्रदेशों
की
30%
से
अधिक
महिलाओं
ने
कहा
हां।
सर्वे
में
शामिल
महिलाओं
ने
इसका
कारण
बताते
हुए
कहा
कि
यदि
महिला
अपने
घर
का
ध्यान
न
रखे,
बच्चों
की
देखभाल
न
करे,
ससुराल
वालों
का
सम्मान
न
करे,
पति
से
धोखा
करे,
बहसबाजी
करे,
सेक्स
करने
से
मना
करे,
पति
को
बिना
बताए
बाहर
जाए
और
अच्छा
खाना
न
बनाए
तो
पति
द्वारा
पत्नी
को
पीटा
जाना
उचित
है।
इस सर्वे पर पुरुषों की क्या रही राय
हिमाचल प्रदेश, केरल, मणिपुर, गुजरात, नागालैंड, गोवा, बिहार, कर्नाटक, असम, महाराष्ट्र, तेलंगाना, नागालैंड और पश्चिम बंगाल में महिलाओं ने कहा 'ससुराल वालों का अनादर' पुरुषों द्वारा अपने पतियों को पीटने का प्राथमिक औचित्य है। हालांकि हिमाचल प्रदेश की केवल 14.8% महिलाओं ने पतियों को अपनी पत्नियों की पिटाई को सही ठहराया। इसको उचित ठहराने में तेलंगाना की महिलाओं का प्रतिशत सबसे अधिक 84% रहा। वहीं कर्नाटक के 81.08% से अधिक पुरुष उत्तरादाताओं ने हिमाचल प्रदेश में 14.2% महिलाओं की तुलना में अपनी पत्नियों की पिटाई को सही ठहराया।