तमिलनाडु के मंत्री ने सुझाया डेंगू से बचने का उपाय, पूर्व मंत्री ने कहा इनको तो नोबेल मिलना चाहिए
सेल्लूर के राजू ने कहा, 'हमारे पूर्वज घर के सामने गोबर से लीपते थे और इसका छिड़काव करते थे, लेकिन हमलोगों ने ऐसा करना छोड़ दिया, आप फिर से ऐसा करना शुरू कर दीजिए, ना तो मच्छर आएंगे, और ना ही डेंगू।'
नई दिल्ली। तमिलनाडु के मंत्री सेल्लूर के राजू ने डेंगू से बचने नायाब तरीका सुझाया है जिसके बाद से उनकी किरकिरी हो रही है। सेल्लूर के राजू ने कहा है कि डेंगू के मच्छरों को बढ़ने से रोकने में गाय का गोबर काफी फायदेमंद साबित होता है। मदुरै में डेंगू के खिलाफ एक घर-घर जागरुकता अभियान में शिरकत करते हुए मंत्री सेल्लूर के राजू ने कहा कि लोगों को अपने घर के आंगन में गाय के गोबर को पानी में घोलकर आस-पास छिड़काव करना चाहिए, इससे डेंगू के मच्छर बढ़ नहीं पाते हैं।
सेल्लूर के राजू ने कहा, 'हमारे पूर्वज घर के सामने गोबर से लीपते थे और इसका छिड़काव करते थे, लेकिन हमलोगों ने ऐसा करना छोड़ दिया, आप फिर से ऐसा करना शुरू कर दीजिए, ना तो मच्छर आएंगे, और ना ही डेंगू।'
तमिलनाडु के को-ऑपरेटिव मंत्री सेल्लूर के राजू ने पत्रकारों से कहा कि अगर लोग सहयोग करें तो डेंगू पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। बता दें कि तमिलनाडु इन दिनों डेंगू का दंश झेल रहा है। राज्य में इस साल जनवरी से डेंगू के 12 हजार मामले आए हैं इनमें से 40 लोगों की मौत हो चुकी है। डेंगू से निपटने के लिए राज्य में जोरशोर से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
उधर पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री और पीएमके नेता डॉ एस रामदास ने कहा कि सेल्लूर के राजू को डेंगू से लड़ने के अनोखे तरीके को खोजने के लिए उन्हें नोबेल प्राइज देना चाहिए। रामदास ने ट्वीट किया, और कहा कि साइंस और मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार इस बार राजू को ही दिया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने के बाद सेल्लूर के राजू अपने बयान से पीछे हट गये और उन्होंने कहा कि ये उनका नहीं बल्कि अफसरों का आइडिया था।
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