सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कश्मीर के हालात युद्ध जैसे, ट्विटर अकाउंट सस्पेंड
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। गिलानी ने केंद्र सरकार को धमकी दी थी कि अगर जम्मू कश्मीर को मिले विशेष राज्य का दर्जा छीना गया तो फिर बर्दाश्त नहीं होगा। गिलानी ने कश्मीर के लोगों से अपील की कि वह लंबे और मुश्किल संघर्ष के लिए तैयार रहें।
2008, 2009 और 2016 की दिलाई याद
रविवार को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की एक मीटिंग हुई जो इसके चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी के श्रीनगर के हैदरपोरा में स्थित घर पर हुई थी। मीटिंग के बाद पार्टी की तरफ से एक बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि राज्य में अफरा-तफरी और अव्यवस्था की स्थिति ने हर किसी के लिए दहशत पैदा कर दी है। गिलानी ने कहा, 'सेना बढ़ाकर, उसकी तैनाती के आदेश, राज्य के विशेष दर्जे के साथ छेड़छाड़, अमरनाथ यात्रा को रोककर, पर्यटकों और छात्रों को निकालकर एक युद्ध जैसी स्थिति पैदा कर दी गई है।' गिलानी ने इसके बाद लोगों से अपील की कि वे सभी लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहें। गिलानी ने इसके साथ ही लोगों को साल 2008,2009, 2016 और 2014 में आई बाढ़ की भी याद दिलाई।
जम्मू कश्मीर में तनाव
शुक्रवार को सरकार ने अमरनाथ यात्रा को सस्पेंड करने के फैसला किया था इसके बाद से ही जम्मू कश्मीर में तनाव का माहौल है। इसके अलावा राज्य में अतिरिक्त बलों की तैनाती ने भी हलचलें बढ़ा दी हैं। राजनीतिक पार्टियों को इस बात का डर है कि सरकार आर्टिकल 35ए और 370 को हटा सकती है। इन दोनों कानूनों की वजह से राज्य को विशेष दर्जा मिला हुआ है। गिलानी ने कहा कि दोनों ही प्रावधान सिर्फ कागजों पर हैं लेकिन दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है। अलगाववादी नेता गिलानी ने मुख्यधारा के राजनेताओं को भी लचर रवैये पर फटकार लगाई।