सुषमा स्वराज के जन्मदिन पर पति ने शेयर की खास तस्वीर, लिखा ये खूबसूरत मैसेज
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने उनके जन्मदिन पर एक खूबसूरत मैसेज के साथ उनकी एक खास तस्वीर शेयर की है...
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता और देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आज जन्मदिवस है। बीते साल 6 अगस्त को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में हार्ट अटैक के कारण सुषमा स्वराज का निधन हो गया था। सुषमा स्वराज के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उन्हें याद करते हुए भारत सरकार ने देश की विदेश नीति से जुड़ी दो प्रमुख संस्थाओं के नाम उनके नाम पर रखने का फैसला लिया। वहीं, सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने उनके जन्मदिन पर उनकी एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए उन्हें याद किया।
'हैप्पी बर्थडे सुषमा स्वराज, हमारे जीवन की खुशी'
कौशल स्वराज ने सुषमा स्वराज के जन्मदिन पर उनकी एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर की। इस तस्वीर में सुषमा स्वराज के हाथ में चाकू है और वो अपने घर पर जन्मदिन का केक काट रही हैं। तस्वीर शेयर करते हुए कौशल स्वराज ने लिखा, 'हैप्पी बर्थडे सुषमा स्वराज, हमारे जीवन की खुशी।' 14 फरवरी 1952 को अंबाला छावनी में जन्मीं सुषमा स्वराज और कौशल स्वराज की लव मैरिज हुई थी। दोनों की मुलाकात पंजाब यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में हुई थी और इसके बाद सुषमा स्वराज और कौशल स्वराज ने 13 जुलाई 1975 को शादी करने का फैसला लिया।
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'मैं बहुत धन्य हूं कि उन जैसी मां की बेटी हूं'
सुषमा स्वराज और कौशल स्वराज की एक बेटी हैं, जिनका नाम बांसुरी स्वराज है। पिछले साल सुषमा स्वराज के निधन के बाद जब प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी, जिसमें बांसुरी स्वराज ने उन्हें याद करते हुए बेहद भावुक कर देने वाली बातें कहीं। बांसुरी ने कहा कि उनकी गैरमौजदूगी को कभी भुलाया नहीं जा सकता, वो हमेशा मुझे याद आएंगी, मैं बहुत धन्य हूं कि उन जैसी मां की बेटी हूं। आपको बता दें कि सुषमा स्वराज के निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार उनकी बेटी बांसुरी ने ही किया था।
'वो संसद में शेरनी की तरह दहाड़ती थीं'
सुषमा स्वराज की प्रार्थना सभा में बांसुरी ने कहा, 'मैं जानती हूं कि आज यहां उन्हें याद करने के लिए जितने लोग मौजदू हैं, उनमें से काफी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने उनकी ममता को दिल से महसूस किया है। आज इस प्रार्थना सभा में लोग केवल हमारे दुख में शामिल होने नहीं आए हैं, बल्कि उन्हें भी उतना ही दुख है, जितना हमें है। लोग हमारी ही तरह इस दुख को महसूस कर रहे हैं। सुषमा स्वराज बहुत बहादुर थीं। अगर वो संसद में शेरनी की तरह दहाड़ती थीं तो एक मासूम बच्चे की तरह उनके चेहरे पर हंसी भी होती थी।'
विदेश मंत्रालय ने किया सुषमा स्वराज के अमूल्य योगदान को याद
आपको बता दें कि गुरुवार को सुषमा स्वराज के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'सरकार ने प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज भवन और फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस करने का फैसला लिया है। सरकार के इस कदम का उद्देश्य भारतीय कूटनीति में सुषमा स्वराज के अमूल्य योगदान, भारतीय प्रवासियों और जनसेवा के उनके कार्यों के लिए उन्हें याद करना है।'
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