स्वपन दासगुप्ता का राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा, भाजपा से टिकट मिलने के बाद टीएमसी ने उठाए थे सवाल
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को दासगुप्ता ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। स्वपन दासगुप्ता राज्यसभा के मनोनीत सदस्य हैं, उनको 2016 में मनोनीत किया गया था। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने उनको पश्चिम बंगाल चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। एक मनोनीत सांसद के चुनाव लड़ने को नियमों के खिलाफ बताते हुए तृणमूल कांग्रेस ने सवाल उठाए थे। इस पर विवाद के बाद आज उन्होंने राज्यसभा से रिजाइन कर दिया है।
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भारतीय जनता पार्टी ने स्वपन दासगुप्ता को पश्चिम बंगाल में रहो विधानसभा चुनाव में तारकेश्वर विधानसभा सीट से टिकट दिया है। दासगुप्ता को बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद स्वपन दास गुप्ता पर टीएमसी ने इसे नियमों के विरुद्ध बताते हुए उनकी राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। जिसके बाद दासगुप्ता ने कहा था कि वो नियमों के तहत ही पर्चा भरेंगे।
टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि संविधान की 10वीं अनुसूची का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी मनोनीत राज्यसभा सांसद शपथ लेने के 6 महीने बाद किसी पार्टी में शामिल होता है, तो उसे राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। स्वपन दायगुप्ता बीजेपी में शामिल होकर चुनाव लड़ रहे हैं तो उन्हें अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए। इस पर स्वपन दासगुप्ता ने कहा था कि मैं नियमों के बारे में जानता हूं। अभी मैंने नामांकन नहीं किया है, ऐसे में इस पर सवाल नहीं किया जाना चाहिए। मैं सभी नियमों का पालन करते हुए ही नामांकन करूंगा। अब राज्यसभा से इस्तीफे के बाद वो विधानसभा के चुनाव में उतरेंगे।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने चार सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा
पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत चार सांसदों को टिकट दिया है। इनमें स्वपन दासगुप्ता का भी नाम है। हालांकि अब उन्होंने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने आठ चरणों में मतदान करवाने का फैसला किया है। दो मई को नतीजों का ऐलान किया जाएंगे।