सुषमा स्वराज का हमेशा अहसानमंद रहेगा हिंदी सिनेमा, एक फैसले ने बदल दी थी फिल्म इंडस्ट्री की किस्मत
नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया। उन्होंने 67 वर्ष की आयु में अंतिम सांसे लीं। लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। पूरा देश सुषमा स्वराज को याद कर रहा है और उनकी उपलब्धियों पर गर्व कर रहा है। इसी तरह बॉलीवुड भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। आपको शायद पता न हो लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज ने फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा फैसला किया था। यह फैसला था फिल्म इंडस्ट्री को उद्योग का दर्जा देने का।
सुषमा के इस फैसले के बाद फिल्म इंडस्ट्री नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई
सरकार के इस फैसले के बाद फिल्म इंडस्ट्री नई ऊंचाइयों पर पहुंची। निर्माताओं को फिल्मों के निर्माण के लिए बैंकों से लोन भी मिलने लगा। सुषमा स्वराज के इस फैसले से तब भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग गदगद हो गए थे। 1996 में दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद वह वाजपेयी सरकार में पहले सिर्फ 13 दिन तक सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहीं। फिर वाजपेयी की सरकार गिरने के बाद लोकसभा चुनाव हुए। मार्च 1998 में वह दोबारा दक्षिण दिल्ली सीट से चुनाव जीतने में सफल रहीं।
फिर बॉलीवुड को मिलने लगा बैंक से लोन
दोबारा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वह सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहीं। उन्हें दूरसंचार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी मिला था। 19 मार्च 1998 से 12 अक्टूबर 1998 तक वह इस पद पर रहीं। कम समय के ही इस कार्यकाल में उन्होंने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की बेहतरी के लिए बड़ा फैसला करते हुए उसे उद्योग का दर्जा दिया। जिससे फिल्म उद्योग को बैंकों से कर्ज मिलना आसान हुआ। सुषमा के इस फैसले ने फिल्म इंडस्ट्री में जान फूंक दी। लोन आदि सुविधाएं फिल्म इंडस्ट्री को मिलने लगीं। आपको बता दें कि सुषमा बॉलीवुड सितारों से मिलने कई खास मौकों पर जाया करती थीं। वहीं बॉलीवुड सेलेब्स भी उनसे मिलने के लिए आया करते थे।
सुषमा स्वराज के निधन पर बॉलीवुड ने भी शोक जताया
महानायक अमिताभ बच्चन से लेकर लता मंगेश्कर, एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा, अनुपम खेर जैसे एक्टर्स ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। सिंगर अदनान सामी ने ट्वीट कर सुषमा स्वराज को अपनी मां समान बताया। अदनान ने लिखा- ‘इस अनहोनी के बारे में जानकर मैं और मेरा परिवार सदमे में है। सुषमा हमारे लिए मां समान थी। उनके लिए मन में अपार प्यार और सम्मान है। वो सबका ध्यान रखने वाली और नेक दिल इंसान थी। हम उन्हें याद रखेंगे।'
सुषमा स्वराज का करियर
- 1977-82 और 1987-90- हरियाणा विधानसभा की सदस्य
- 1977-79- हरियाणा सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री
- 1987-90- हरियाणा में शिक्षा, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री
- 1990- राज्यसभा सदस्य
- 1994-96 कमेटी ऑफ पिटीशन्स की चेयर पर्सन
- 1992-94- ज्वाइंट कमेटी ऑन कैटरिंग की अध्यक्ष
- 1996- 11 वीं लोकसभा की सदस्य
- 16 मई से एक जून 1996- सूचना एवं प्रसारण मंत्री
- 1996-98- मेंबर, कमेटी ऑन डिफेंस
- 1998- 12 वीं लोकसभा के लिए दोबारा चुनीं गईं
- 19 मार्च- 12 अक्टूबर 1998- सूचना एवं प्रसारण मंत्री के साथ टेलीकम्युनिकेशन्स का अतिरिक्त चार्ज मिला था
- 13 अक्टूबर से 3 दिसंबर 1998- दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं
- अप्रैल 2000- राज्यसभा के लिए दोबारा चयन
- 30 सितंबर 2000- सूचना एवं प्रसारण मंत्री
- 29 जनवरी 2003- केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री
- अगस्त 2004-2009- कमेटी ऑन होम अफेयर्स की चेयर पर्सन रहीं
- अप्रैल 2006- राज्यसभा के लिए तीसरी बार चयन
- 2009- 15 वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित
- 2014- विदिशा सीट से 16 वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित
- फिर नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनीं