पाक को किनारे करने के लिए भारत ने चला ये दांव, यूएन में उठेगा मुद्दा
नई दिल्ली। उरी आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें अहम फैसला लेते हुए पाकिस्तान को घेरने का खास प्लान बनाया गया है।
संयुक्त
राष्ट्र
में
भारत
उठाएगा
उरी
हमले
का
मुद्दा
बैठक के भारत सरकार ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर जोर का झटका देने की योजना बनाई है। जिसकी शुरूआत संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली से शुरू होने जा रही है। केंद्र सरकार की इस रणनीति की शुरूआत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज करेंगी।
उरी आतंकी हमले का बदला, एलओसी पर इंडियन आर्मी ने मारे 10 आतंकी
इंडियन एक्सप्रेस की खबर मुताबिक सुषमा स्वराज 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) को संबोधित करेंगी। इस बात की संभावना है कि उस स्पीच में विदेश मंत्री उरी और पठानकोट में हुए आतंकी हमले का मुद्दा उठा सकती हैं।
ये भाषण केवल पाकिस्तान को घेरने का कूटनीतिक कदम नहीं होगा। सूत्रों के मुताबिक भारत की योजना संयुक्त राष्ट्र में आए दूसरे देशों के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकात की भी है।
26 सितंबर को हो सकता है सुषमा स्वराज का भाषण
जिसके जरिए आतंकी घटनाओं में पाकिस्तान के रोल को बताया जा सके। ये पूरी कवायद पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर अलग-थलग करने के लिए किया जाएगा।
भारत V/s पाकिस्तान: पढ़ लीजिए किसमें कितना है दम?
सूत्रों के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र में दुनियाभर के नेताओं के सामने संयुक्त राष्ट्र महासभा की संयुक्त बैठक में इस मुद्दे को उठाने से भारत का पक्ष मजबूत होगा।
26/11 की तर्ज पर इस बार भी भारत वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के मुद्दे को लेकर जाने की योजना बना रहा है। जिससे दुनिया के देश पाकिस्तान के रवैये को समझ सकें।
उरी आतंकी हमले के कुछ समय बाद ही सभी देशों के भारतीय दूतावासों तक ये खबर पहुंचा दी गई। जिससे दुनिया के सभी देश इस हमले की निंदा कर सकें।
दुनिया
के
दूसरे
देशों
से
द्विपक्षीय
वार्ता
की
भी
है
तैयारी
उरी हमले के बाद ही दुनियाभर के देशों के विदेश मंत्रियों और नेताओं ने इस घटना की निंदा की थी। यूके और फ्रांस ने भी उरी हमले पर दुख जताते हुए भारत को हरसंभव समर्थन की बात कही थी।
विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने पाक को कहा चूहे पालने वाला भाई
कुल मिलाकर भारत अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर आतंकवाद का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति बना रहा है। जिससे दुनिया के अन्य देशों में उसका असली चेहरा पेश किया जा सके।