Study: कोरोनावायरस से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग से भी ज्यादा कारगर साबित हो रहा मास्क, जानें कैसे
Study: कोरोनावायरस से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग से भी ज्यादा कारगर साबित हो रहा मास्क, जानें कैसे
नई दिल्ली। कोरोनावायरस से बचाव के लिए दुनिया भर में अब तक कई शोध हो चुके हैं। अभी तक कोरोना से बचाव के लिए कोई वैक्सीन और कारगर दवा न आने की स्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग को ही सबसे बड़ा हथियार बताया गया। लेकिन हाल में की गई एक स्टडी में यह खुलासा हुआ हैं कि कोरोनावायरस से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग से भी ज्यादा मास्क प्रभावशाली हैं। अब तक हुए कई अध्ययनों से पता चलता है कि वैश्विक महामारी से प्रभावित क्षेत्रों में मास्क पहननना जबसे अनिवार्य किया गया तब से वहां कोरोना पॉजिटिव की संख्या में कमी आई।
स्टडी में हुआ ये खुलासा
संयुक्त राज्य अमेरिका के द प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी के विज्ञान के शोधकर्ताओं ने पीएनएएस में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि कोरोनावायरस से बचाव में मास्क इसलिए अधिक प्रभावी हैं कि हवा में मौजूद कोरोनावायरस से ये व्यक्ति का बचाव करता हैं। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय के साथ मास्क आपको इस कोरोना से बचा सकता हैं। शोध में कहा गया कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए और कभी-कभी घातक COVID-19 बीमारी को रोकने के लिए मास्क सबसे कारण हैं।
मास्क अनिवार्य किए जाने के बाद कोरोना केस में आई भारी कमी
अध्ययन के दौरान पाया गया कि उत्तरी इटली में 6 अप्रैल को न्यूयॉर्क शहर में और 17 अप्रैल को जब स्वास्थ्य संकट से दुनिया के सबसे कठिन क्षेत्रों में मास्क पहनने के नियम लागू हुए, तो कोरोना पॉजिटिव की संख्या में तेजी से कमी आई। अकेले मास्क पहनने के कोरोना से इस सुरक्षात्मक उपाय के पहले 6 अप्रैल से 9 मई तक इटली में 78,000 से अधिक केस थे और वहीं मास्क पहनना अनिवार्य किए जाने के बाद 17 अप्रैल से 9 मई तक न्यूयॉर्क शहर में 66,000 से अधिक संक्रमणों की संख्या हुई। कोरोना पॉजिटिव मामलों में काफी कमी आई।
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शोध में बताया गया ये कारण
शोधकर्ताओं ने कहा कि जब मास्क पहनना न्यूयॉर्क में लागू हुआ, तो दैनिक नई संक्रमण दर लगभग 3% प्रति दिन गिर गई। देश के बाकी हिस्सों में हर दिन नए कोरोना संक्रमण केस बढ़ते रहे। सीधे संपर्क की सावधानियों सोशल डिस्टेसिंग और हाथ को साबुन से साफ करते रहना ये सभी इटली और न्यूयॉर्क शहर में मास्क पहनने के नियम लागू होने से पहले थे। लेकिन वे केवल सीधे संपर्क द्वारा वायरस के संचरण को कम करने में मदद करते हैं, जबकि चेहरा ढंकने से हवा में वायरस पहुंचने को रोकने में मदद मिलती है।
"COVID-19 हवा में फैल कर लोगों को अपना शिकार बनाता हैं
रिचर्स में बताया गया कि वायरस को कम करने वाले संक्रमणों के लिए एटमाइजेशन और वायरस-असर वाले एरोसोल को रोकने के लिए चेहरे को कवर किया। यह इंगित करता है कि "COVID-19 हवा में फैल कर लोगों को अपना शिकार बनाता हैं। यू.एस. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने शुक्रवार को बड़ी सभाओं के आयोजकों से आग्रह किया कि "कोरोनोवायरस फैलने के जोखिम को कम करने के लिए कपड़े के चेहरे को ढंकने की सलाह दी गई।
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