सरकार ने खारिज की सभी रिपोर्ट्स, कहा: डोकलाम में यथास्थिति बरकरार
नई दिल्ली। सरकार ने उन 'गलत और शरारती' रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिसमें डॉकलाम में चीनी निर्माण का दावा कर रही है। गौरतलब है कि यह वही क्षेत्र है। जहां भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पिछले साल 73 दिन तक एक दूसरे के सामने डटे थे। डोकलाम की स्थिति पर मोदी सरकार ने विवादित क्षेत्र में एक बयान जारी कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सरकार एक बार फिर दोहराना चाहती है कि डोकलाम पर यथास्थिति बरकरार है। कुमार ने कहा कि हमारा ध्यान उन खबरों की ओर गया है जो डोकलाम के संबंध में सरकार की ओर जारी की गई स्थिति पर सवाल खड़ा कर रही है। कुमार ने कहा कि इन आरोपों का कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार एक बार फिर दोहरा रही है कि गतिरोध की यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं है। इसके उलट की गई कोई भी रिपोर्ट गलत और शरारत से भरा है।
बीते दिनों खबर आई थी कि
गौरतलब है कि बीते दिनों खबर आई थी कि डोकलाम का जिन्न एक बार फिर बाहर आया है। पांच महीनों पहले 73 दिनों तक चले डोकलाम विवाद के बाद अब सैटलाइट से जो फोटो जारी हुई है, वो हैरान करने वाली है। इन तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी उत्तरी डोकलाम में फिर से कंस्ट्रक्शन का काम शुरू कर दिया है।
भारतीय सुरक्षा बलों को भी लगता है कि
वहीं, भारतीय सुरक्षा बलों को भी लगता है कि डोकलाम में एक बार फिर चीन की गतिविधियों को देखा गया है और इस बार बड़ी संख्या में उनके जवान दिखाई दे रहे हैं। सेना के मुताबिक, सर्दियां थोड़ी कम होते ही चीन ने नॉर्थ डोकलाम में फिर से दस्तक दी है। कांग्रेस ने तस्वीरें जारी कर कहा है कि इस क्षेत्र में चीन ने दो मंजिला इमारत बनाई है।
नॉर्थ डोकलाम में चीनी सेना ने इंफ्रस्ट्रक्चर भी बनाया
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सेना के एक अधिकारी ने बात करते हुए कहा कि नॉर्थ डोकलाम में चीनी सेना ने इंफ्रस्ट्रक्चर भी बनाया है। इसलिए किसी स्थिति को अंजाम देने के लिए भारतीय सेना वेट-एंड-वॉच की नीति अपना रही है। सैटेलाइट तस्वीरों से साफ दिखाई दे रहा है कि पूरा डोकलाम क्षेत्र विवादों में पड़ा है।
डोका ला में इंडियन पोस्ट है
इसके बायीं ओर सिक्किम क्षेत्र में डोका ला में इंडियन पोस्ट है तो वहीं पूर्व में डोकलाम और चीन के बीच सिंचे ला पास है। वहीं, इस उत्तर में कोई विवाद नहीं है, जहां चुंबी घाटी है। रिपोर्ट के मुताबिक, डोकलाम के उत्तरी क्षेत्र में करीब 1,600 चीनी सैनिक मौजूद हो सकते हैं, जहां हेलीपैड, शेल्टर, हथियार, चीनी टैंक की मौजूदगी पाई गई है। हालांकि, चीनी सेना की संख्या को लेकर अभी-अभी पुख्ता जानकारी नहीं है। लेकिन यह तो तय है कि चीन ने एक बार फिर उस विवादित जमीन पर दस्तक दी है, जहां विवाद खड़ा होने वाला है।