अभी तक रोहिंग्या मुसलमानों के किसी भी आतंकी समूह से कोई लिंक नहीं- BSF
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कुछ सप्ताह पहले सुप्रीम कोर्ट को कहा था कि रोहिंग्या मुसलमानों का देश में बने रहना सुरक्षा के लिए खतरा है। वहीं, बीएसएफ डायरेक्टर जनरल केके शर्मा ने बुधवार को कहा कि अभी तक सुरक्षा बलों को किसी भी रोहिंग्या मुसलमानों के टेरर ग्रुप से लिंक होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। केंद्र सरकार लगातार कहती आई है कि रोहिंग्या मुसलमान देश की सुरक्षा के लिए खतरा है, इसलिए उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए।
हालांकि, बीएसएफ जनरल ने साथ में यह भी कहा कि खुफिया एजेंसियों के पास इस प्रकार की कोई सूचना हो सकती है और होगी भी तो उस पर संदेह नहीं किया जा सकता। शर्मा ने कहा कि इस साल के अक्टूबर माह तक बीएसएफ ने 87 रोहिंग्या शरणार्थियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से 76 को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया है।
बीएसएफ
जनरल
ने
वार्षिक
मीडिया
कांफ्रेंस
के
दौरान
कहा
कई
रोहिंग्या
शरणार्थियों
से
पूछताछ
हुई
है
लेकिन
अभी
तक
उनका
लिंक
किसी
भी
आतंकी
समूह
से
नहीं
निकला
है।
उन्होंने
कहा,
'हमारे
आंकलन
में
रोहिंग्या
शरणार्थियों
के
किसी
भी
आतंकी
समहों
से
लिंक
होने
की
सूचना
नहीं
मिली
है।
उनकी
गिरफ्तारी
के
दौरान
उनके
पास
कोई
हथियार
या
गोला
बारूद
भी
नहीं
मिला
है।
लेकिन
खुफिया
एजेंसियों
के
पास
इसकी
कोई
सूचना
है
तो
इसे
इनकार
नहीं
किया
जा
सकता
है।'
बीएसएफ
जनरल
ने
कहा
कि
हमारा
काम
अवैध
अप्रवासियों
को
अंदर
आने
से
रोकना
है,
फिर
चाहे
वो
बांग्लादेश
से
हो
या
कहीं
और
से।
बीएसएफ
के
मुताबिक,
बांग्लादेश
में
अभी
9
से
10
लाख
रोहिंग्या
लोग
है
जो
अंदर
आ
सकते
है
और
इसके
लिए
हमें
सीमा
पर
सतर्क
रहना
होगा।