सीधी बस हादसा: भाई-बहन की जोड़ी ने बचाई 7 लोगों की जान, हर कोई उनकी बहादुरी का हुआ कायल
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आज बाणसागर नहर में बस गिरने से अब तक 50 से अधिक यात्रियों की मौत हो गयी है। सभी शव बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में एक भाई बहन की जोड़ी की जाबंजी ने लोगों का दिल जीत लिया है। शिवरानी लोनिया और उनके भाई ने इस हादसे में डूब रहे सात लोगों की जान बचाई है। बचाई गए लोगों में अधिक लोगों की उम्र बीस साल के आसपास है। बताया जा रहा है कि, बस में करीब 30 से 35 छात्र थे, जो सतना में एएनएम की परीक्षा देने जा रहे थे।
जान की परवाह किए बिना नहर में लगा दी छलांग
17 वर्षीय लड़की शिवरानी लोनिया उसके भाई रामप्रसाद और उनका परिवार नहर किनारे रहते हैं। पुलिस अधीक्षक सिंधी पंकज कुमावत ने कहा कि, लोनिया ने ही दूसरे लोगों को बताया था कि, एक बस नहर में गिर गई है। मंगलवार को जैसे ही बस नहर में गिरी तो शिवरानी में बिना जान की परवाह किए नहर में छलांग लगा दी। उसके पीछे शिवरानी के भाई ने भी नहर में छलांग लगा दी। एक के बाद एक दोनों भाई बहन ने सात लोगों की जान बचा ली।
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7 लोगों को बचाया
जिला कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने बताया कि दुर्घटना के समय नहर में पानी का स्तर लगभग 25 फीट था। शिवरानी औऱ उनके भाई ने अनिल तिवारी,सुरेश गुप्ता ,स्वर्णलता , विभा प्रजापति, अर्चना जायसवाल, सुमन चतुर्वेदी और ज्ञानेश्वर चतुर्वेदी को बचा लिया। दोनों भाई बहन के इस साहस भरे कारनामे की हर ओर चर्चा हो रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तारीफ की है।
सीएम शिवराज ने शिवरानी की बहादुरी को किया सलाम
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि, परहित सरिस धर्म नहिं भाई'। बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं। अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है। मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं। पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है। सीधी बस दुर्घटना में लोगों की जान बचाने वाली बहादुर बेटी शिवरानी समाज, प्रदेश और देश का गौरव है। दूसरों के जीवन की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाली बेटी की पढ़ाई की व्यवस्था हमारी सरकार करेगी। बेटी को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं!
हर कोई उनकी बहादुरी का हुआ कायल
वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए इन बच्चों की तारीफ की और कहा, सीधी बस हादसे में अपनी जान की परवाह किये बग़ैर बाणसागर नहर में कूदकर सात यात्रियों की ज़िंदगी बचाने वाली सरदा गांव की बेटी शिवारानी लोनिया और आशा बंसल की वीरता को सलाम। दोनों सम्मान की पात्र है।
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