यूपी में कांग्रेस से गठबंधन के लिए शिवपाल ने इस बडे़ नेता को दी जिम्मेदारी
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरण साधने में जुटे हैं। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बाद अब सूबे में एक और गठबंधन अस्तित्व में आ सकता है। समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवपाल सिंह यादव ने मोहम्मद अदीब को कांग्रेस और अन्य दलों सेक्युलर दलों से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा है। मोहम्मद अदीब राज्यसभा के पूर्व सदस्य हैं और उन्होंने कई मुस्लिम नेताओं के साथ शिवपाल की पार्टी की सदस्यता ली।
कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है शिवपाल की पार्टी
निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव निशान दिए जाने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मोहम्मद अदीब कांग्रेस और अन्य दलों के साथ बात करेंगे। अदीब के अलावा पूर्व सपा विधायक हाफिज इरशाद सहित दर्जनों मुस्लिम नेताओं ने शिवपाल सिंह यादव की पार्टी का दामन थामा था।
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मोहम्मद अदीब को दी कांग्रेस से बात करने की जिम्मेदारी
अदीब ने सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव और मायावती दोनों नेताओं की तीखी आलोचना की। अदीब ने कहा कि मायावती भरोसा करने लायक नहीं हैं, जबकि उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने पिता के साथ छल किया, अपने चाचा शिवपाल यादव और समाजवादी पार्टी से छल किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को गठबंधन के लिए ओमप्रकाश राजभर की पार्टी, अनुप्रिया पटेल की पार्टी और कांग्रेस के बात करना चाहिए था। ये सभी दल गठबंधन को तैयार थे।
बीजेपी को हराने के लिए करेंगे कैंपेन- शिवपाल सिंह यादव
अदीब ने कहा कि अखिलेश यादव ने इस पार्टियों से बात करने के बजाय मायावती के साथ हाथ मिलाया। सारी सीटों पर इन दोनों नेताओं की नजर थी और इसीलिए बाकियों को इन्होंने साथ नहीं लिया। वहीं, शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वे बीजेपी को उत्तर प्रदेश और केंद्र से हटाना चाहते हैं। शिवपाल ने कहा कि उनकी पार्टी 2019 और 2022 में बीजेपी के खिलाफ कैंपेन करेगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी सपा के खिलाफ चुनाव लड़ेगी तो शिवपाल यादव ने कहा कि वे बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।