शरद यादव पर गिरी गाज, संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से हुई छुट्टी, RCP को मिली जिम्मेदारी
जेडीयू ने शरद यादव को राज्यसभा की सद्स्यता को अयोग्य करार देने के लिए राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू से अनुरोध किया है।
नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ गठबंधन करने के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के बागी नेता शरद यादव को उद्योग मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। शरद यादव की जगह जदयू द्वारा राज्यसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता बनाये गये आरसीपी सिंह को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
जेडीयू ने शरद यादव को राज्यसभा की सद्स्यता को अयोग्य करार देने के लिए राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू से अनुरोध किया है। जेडीयू की इस अर्जी पर नायडू ने अभी कोई फैसला नहीं किया है। संसदीय समितियों में फेरबदल के दायरे में कांग्रेस भी आई है। इसके तहत चुनाव सुधार के मुद्दे को देख रही विधि मामलों पर संसदीय समिति की अध्यक्षता कांग्रेस से छिन गई है।
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फिलहाल पांच संसदीय सहमितियों की अध्यक्षता विपक्षी दलों के पास है जबकि इस मामले में भाजपा का आंकड़ा 10 तक पहुंच गया है। वहीं भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास संसद की 14 स्थायी समितियों की अध्यक्षता है जबकि विपक्षी दलों के सदस्य 10 समितियों के अध्यक्ष हैं। राज्यसभा बुलेटिन के मुताबिक विभिन्न विभागों से जुड़ी लोकसभा और राज्यसभा की कुल 24 स्थायी समितियों में 10 की अध्यक्षता भाजपा सदस्यों के पास है। वहीं, कांग्रेस के पास पांच, टीएमसी के पास दो और शिवसेना, शिरोमणि अकाली दल, समाजवादी पार्टी, जदयू, अन्नाद्रमुक, बीजद और तदेपा के पास एक एक स्थायी समिति की अध्यक्षता है।