राज्यसभा की सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे शरद यादव
नई दिल्ली। जदयू से बगावत करने वाले शरद यादव राज्यसभा से अपनी सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ दिल्ली होईकोर्ट पहुंच गए हैं। शरद यादव ने राज्यसभा से अपनी सदस्यता खत्म किए जाने को गलत बताते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दी है। बीते हफ्ते ही नेता शरद यादव और उनके गुट के अली अनवर की राज्यसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। जेडीयू ने इस संबंध में राज्यसभा सचिवालय के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दोनों नेताओं की सदस्यता समाप्त करने का फैसला लिया था। नीतीश कुमार के एनडीए में जाने और आरजेडी-कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने पर शरद यादव और अली अनवर ने जदयू से बगावत की थी।
अली अनवर और शरद यादव की सदस्यता की गई है रद्द
राज्यसभा सचिवालय के अनुसार संविधान की दसवीं अनुसूची के पैरा 2 (1) (a) के अनुसार दोनों नेताओं की सदस्यता रद्द की गई। राज्यसभा में पार्टी के नेता आर सी पी सिंह जी ने इसकी पुष्टि की। शरद यादव का टर्म अभी 5 साल बाकी था जबकि अली अनवर का 6 महीने बाकी था। अगस्त में नीतीश कुमार ने महागठबंधन तोड़ते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। गठबंधन टूटने के कुछ ही घंटों में जेडीयू को बीजेपी ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया जिसके बाद नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बन गए।
नीतीश के खिलाफ बगावत
जेडीयू में दो फाड़ होने के बाद शरद यादव और अली अनवर ने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। शरद यादव ने जेडीयू के खिलाफ जाकर पूरे बिहार में रैली और यात्रा की थी। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और अली अनवर के इस हरकत के बाद जेडीयू ने दोनों को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। इसके साथ ही जेडीयू ने दोनों नेताओं की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की भी अनुशंसा कर दी थी।
पार्टी चुनाव चिह्न तीर पर भी किया था शरद यादव ने दावा
पार्टी से निकाले जाने के बाद शरद यादव गुट ने पार्टी के चुनाव चिह्न तीर पर भी दावा किया था लेकिन उन्हें वहां भी हार का सामना करना पड़ा था। जेडीयू से अलग होने के बाद शरद यादव ने गुजरात चुनाव के बाद नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा था कि लालू की रैली में शामिल होकर उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधि को अंजाम दिया है और यह दलबदल कानून का सीधा उल्लंघन है। राज्यसभा की सदस्यता जाना शरद यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
खास इंटरव्यू: शरद यादव ने PM मोदी को घेरा, नीतीश कुमार भी निशाने पर