7 महिला एथलीट ने कोच पर लगाए यौन शोषण के आरोप, फिजियोथेरेपी के बहाने गलत तरीके से करता था टच
चेन्नई। तमिलनाडु में 19 साल की राष्ट्रीय स्तर की महिला एथलीट के प्रसिद्ध खेल कोच पी नागराजन के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के दो महीने बाद सात और महिला खिलाड़ियों ने कोच पर शोषण के आरोप लगाए हैं। एक अंग्रेजी अखबार की मानें तो इन सभी शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि नागराजन ने कई सालों तक उनका यौन उत्पीड़न किया और यहां तक कि उनकी ट्रेनिंग रोक देने और करिअर खत्म कर देने तक की धमकी दी। आरोप लगाने वाली सातों एथलीट ने 59 वर्षीय नागराजन से प्रशिक्षण लिया था। इनमें कुछ तो अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं। इन खिलाड़ियों का कहना है कि नागराजन द्वारा किए गए यौन शोषण का मामला कोई नया नहीं है, बल्कि यह वर्षों से चल रहा है।
आपको बता दें कि नागराजन ने अपने खिलाफ पहली शिकायत दर्ज होने के बाद कथित तौर पर नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था. वह तभी से आईपीसी और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं। पुलिस उपायुक्त एस महेश्वरन ने कहा कि हमें नागराजन के खिलाफ इसी तरह के सात और शिकायत मिली हैं। कोच के खिलाफ पहली शिकायत कराने वाली 19 साल की महिला एथलीट के बारे में महेश्वरन ने कहा कि पीड़िता ने कहा था कि 2013 से 2020 तक नागराजन के ट्रेनिंग के दौरान उनका यौन शोषण किया था। पुलिस के बयान के अनुसार शिकायतकर्ता बाकी लड़कियां के साथ 2013 से नागराजन से ट्रेनिंग ले रही थी। कई बार ट्रेनिंग के बाद नागराजन फिजियोथेरेपी देने के बहाने गलत तरीके से छूता था।
2005 से यौन शोषण
इस मामले में डिप्टी पुलिस कमिश्नर एस महेश्वरन ने बताया है कि यौन शोषण का मामला 2005 से चल रहा है। इस मामले में दर्ज की गई पहली शिकायत के मुताबिक, वर्ष 2013 से 2020 के बीच आरोपित कोच ने एथलीट का यौन शोषण किया था। उसके अलावा, उन्हें नागराजन के खिलाफ इसी तरह की सात और शिकायतें मिली हैं। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की जाँच करने वाली विशेष शाखा की डीसीपी एच जयलक्ष्मी ने कहा, "हर शिकायत से आरोपित की हिंसक प्रवृत्ति का खुलासा हो रहा है।"
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