सीनियर IAS अफसर स्मिता सभरवाल ने बिलकिस बानो के लिए की न्याय की मांग, दोषियों की रिहाई को बताया गलत
नई दिल्ली, अगस्त 19। स्वतंत्रता दिवस के दिन बिलकिस बानो रेप केस में 11 दोषियों की रिहाई को लेकर गुजरात सरकार की खूब आलोचना हो रही है। तमाम विपक्षी पार्टियां अभी तक इन दोषियों की रिहाई को गलत बताकर यह मांग कर चुकी हैं कि उन्हें फिर से जेल में डाला जाए। इस बीच सीनियर IAS अधिकारी और तेलंगाना के सीएम की सचिव स्मिता सभरवाल ने गुजरात सरकार के इस फैसले की आलोचना की है। स्मिता सभरवाल ने बिलकिस बानो के लिए न्याय की मांग की है।
क्या कहा है स्मित सभरवाल ने ?
तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव की सचिव स्मिता सभरवाल ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि मैं एक महिला और एक सिविल वर्कर के रूप में इसे कतई स्वीकार नहीं कर सकती। गुजरात सरकार के इस फैसले को लेकर स्मिता सभरवाल ने कहा है कि बिलकिस बानो के सांस लेने के अधिकार को छीनने के बाद भारत खुद को स्वतंत्र राष्ट्र नहीं कह सकता है। अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के साथ स्मिता सभरवाल ने #JusticeForBilkisBano भी डाला है।
आपको बता दें कि 15 अगस्त के दिन गुजरात सरकार ने बिलकिस बानो रेप केस के 11 दोषियों को रिहा कर दिया था। यह सभी दोषी उम्रकैद की सजा काट रहे थे। इन सभी पर बिलकिस बानो का रेप करने और हत्या की कोशिश करने का आरोप साबित हुए थे। उनके साथ यह घटना 2022 गुजरात दंगों के समय हुई थी और गुजरात दंगे गोधरा कांड के बाद हुए थे।
11 दोषियों की रिहाई को लेकर तेलंगाना के मंत्री के टी रामाराव ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से 11 दोषियों को रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले को रद्द करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, "यदि आपका वास्तव में वही मतलब था जो आपने महिलाओं के सम्मान के बारे में स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था, तो मैं आपसे हस्तक्षेप करने और गुजरात सरकार के आदेश को रद्द करने का आग्रह करता हूं।
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