रक्षा मंत्रालय का वरिष्ठ अधिकारी सस्पेंड, PMO के फर्जी अधिकारी के जरिए कर रहा था लॉबिंग
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी को लॉबिंग कराने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि रक्षा मंत्रालय के सीनीयर अधिकारी, सवितुर प्रसाद ने एक शख्स को पीएमओ का फर्जी अधिकारी बता उसके जरिए केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के अधिकारी से लाबिंग कराने का प्रयास किया था। रक्षा मंत्रालय की तरफ से, कंट्रोलर जनरल ऑफ डिफेंस अकाउंट्स (CGDA) ने कार्रवाई करते हुए 21 नवंबर को सवितुर प्रसाद को निलंबित किया।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक सवितुर प्रसाद, कंट्रोलर जनरल ऑफ डिफेंस अकाउंट्स विभाग के तीसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी थे। यह विभाग इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की सैलरी और ऑडिट से जुड़े काम देखता है। यह मामला 23 अक्टूबर को तब सामने आया जब दिल्ली पुलिस ने सीवीसी की शिकायत से एक फर्जी पीएमओ अधिकारी को गिरफ्तार किया। इस फर्जी अधिकारी का नाम, कन्हैया कुमार बताया जा रहा है। कन्हैया कुमार ने जब सीवीसी कमिश्नर, केवी चौधरी से मुलाकात की तो उसने खुद को पीएमओ का एक अधिकारी बताया था।
सीवीसी कमिश्नर की शिकायत के मुताबिक सुवितर प्रसाद भी कन्हैया कुमार के साथ थे। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि प्रसाद फर्जी पीएमओ अधिकारी के जरिए सीवीसी कमिश्नर से लबिंग करवाना चाह रहे थे। कन्हैया कुमार ने मुलाकात के दौरान सीवीसी कमिश्नर को अपना विजिटिंग कार्ड भी दिया जिस पर प्रधानमंत्री कार्यालय का नंबर था। कुमार ने इस मुलाकात के दौरान सीवीसी कमिश्नर से सुवितर प्रसाद को उनके विभाग में और ज्यादा जिम्मेदारी दी जाने की वकालत की थी।
इस मुलाकात के सीवीसी ने जब कन्हैया कुमार के बारे में पड़ताल की तो उन्हें पता चला की इस नाम का कोई भी अधिकारी पीएमओ में नहीं है। इसके बाद सीवीसी कमिश्वर केवी चौधरी ने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई और कन्हैया कुमार को गिरफ्तार कराया। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने यह भी बताया कि सवितुर प्रसाद और कन्हैया कुमार के साथ में लखनई जाने और वहां कुछ नेताओं से मुलाकात करने की बात सामने आई है। रक्षा मंत्रालय अब इस मामले की जांच में जुट गई है।
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