संजय दत्त के सलाखों के पीछे की कहानी: बने जॉकी, घटाया 18 किलो वजन
पुणे। आज फिल्म अभिनेता संजय दत्त अपने गुनाहों की सजा काटकर जेल से बाहर आ गये हैं। आज उनके ऊपर से खतरे की वो तलवार पूरी तरह से हट गई है जो कि पिछले 23 साल से उनके और उनके परिवार के ऊपर लटक रही थी।
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अपने इस जीवन में संजय दत्त ने अपनी गलतियों का बहुत बड़ा सबक सीख लिया जो किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं है। हालांकि मुंबई धमाकों में प्रयोग हुए असलहे को पनाह देने के जुर्म में संजय दत्त ने टुकड़ों में सजा भुगती है लेकिन ये सजा उनके लिए किसी खौफनाक साये से कम नहीं थी। हालांकि आज ये साया हट गया।
आईये जानते हैं संजय दत्त के सलाखों के पीछे की कहानी नीचे के स्लाइडरों की जुबानी...
18 किलो वजन
अपने ओवर वेट के कारण परेशान संजय दत्त ने जेल में जाने के बाद करीब 18 किलो वजन कम किया क्योंकि वहां रोज सुबह उठकर वो कसरत किया करते थे।
धार्मिक हुए संजू बाबा
संजय दत्त के बारे में खबर है कि उन्होंने जेल में धार्मिक जीवन अपना लिया था और वो रोज गीता का पाठ करते थे और हनुमान जी और गणेश जी की फोटो साथ लेकर सोया करते थे।
बने रेडियो जॉकी
संजय दत्त जेल में कैदियों के लिए बनने वाले रेडियो प्रोग्राम का हिस्सा थे और वो वहां रेडियो जॉकी की भूमिका निभाते थे जिसकी स्क्रीप्ट भी वो खुद ही लिखते थे।
रोजना 50 पैसे की कमाई
फिल्मों से करोड़ों कमाने वाले अभिनेता संजय दत्त को प्रतिदिन जेल में 50 पैसे की कमाई होती थी और वो आज जेल से बाहर पूरे 514 रूपये लेकर आये हैं जिसे वो शायद चैरिटी करना चाहते हैं।
बदल गये थे संजय
आर्थर रोड के जेल में जब संजय दत्त रहने गये थे तो उन्होंने कैदियों के कपड़े पहनने से इंकार कर दिया था लेकिन साल 2013 में जब वो पुणे की यरवाडा जेल पहुंचे तो वो बिल्कुल आम कैदी की तरह वहां रहे और हर उस नियम का पालन किया जो कि आम कैदी करता है।
अच्छा बर्ताव रिहाई का कारण
उनके अच्छे बर्ताव और अनुशासन से रहने के ही कारण आज वो जेल से 116 दिन पहले ही जेल से रिहा हो गये हैं।
Video: जेल से आजाद होने के बाद बोले संजय दत्त, रिहाई आसान नहीं
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